विकास दुबे के हाथों में जो रक्षा सूत्र बंधा है उससे स्पष्ट होता है की उसने पहले महाकाल के दर्शन किए और योजनाबद्ध तरीके से अपनी गिरफ्तारी दी।उज्जैन में बिना सुरक्षा जांच के महाकाल मंदिर में कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता है| और यह विकास दुबे अंदर जाकर हाथ में रक्षा सूत्र बंधवा के (क्योंकि 3 महीने से तो लॉकडाउन था और यह रक्षासूत्र ताजा ताजा दिख रहा हैं हाथ में) दर्शन करके, सुबह उठकर चकाचक सेविंग करवाने के बाद खुद को पुलिस के हवाले कर देता है. इसके चेहरे पर बिल्कुल भी शिकन नहीं है
विकास दुबे की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई।
अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है…1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 9, 2020
क्या है पूरा मामला
विकास दुबे कानपुर का हिस्ट्रीशीटर है विकास दूबे पर 60 मुकदमे दर्ज हैं-कानपुर के राहुल तिवारी ने केस कराया था, विकास दूबे पर 307 का मुकदमा कराया था, दबिश डालने बिकरु गांव गई थी पुलिस चौबेपुर थाना क्षेत्र में है बिकरू गांव पुलिस पर हमले के पहले से इंतजाम थे, बदमाशों को पहले से दबिश की जानकारी थी, जेसीबी लगाकर रास्ता रोका गया- छतों से टीम पर फायरिंग की गई पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए थे – सीओ, 3 इंस्पेक्टर, 4 कांस्टेबल शहीद हुए थे
कौन है हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे?
मंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी, 2001 में दर्जा प्राप्त मंत्री की हत्या हुई थी, सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी नाम आया, साल 2000 में शिवली में हत्या की गई थी, साल 2000 में रामबाबू यादव की हत्या हुई, हत्या की साजिश जेल में रचने का आरोप, साल 2004 में केबिल व्यापारी की हत्या की, दिनेश दुबे की हत्या के मामले में आरोपी है, 2018 में चचेरे भाई अनुराग पर हमला किया, हमले में विकास समेत 4 लोग नामजद हैं, शिवराजपुर से नगर पंचयात का चुनाव जीता, जेल में रहते नगर पंचायत का चुनाव जीता, विकास का बड़ा गैंग 60 से ज्यादा केस दर्ज, मोनू पहाड़ी से ज्यादा खतरनाक है विकास दुबे ,मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम, देवेंद्र कुमार मिश्र,सीओ बिल्हौर, महेश यादव-एसओ शिवराजपुर, अनूप कुमार-चौकी इंचार्ज मंधना, नेबूलाल-सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर, सुल्तान सिंह-कांस्टेबल थाना चौबेपुर, राहुल-कांस्टेबल बिठूर थाना, जितेंद्र-कांस्टेबल बिठूर थाना, बबलू कांस्टेबल बिठूर थाना.