माफिया अतीक अशरफ ब्रदर्स की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद हर तरफ अतीक को मारे जाने को लेकर चर्चा हो रही है। राजनीतिक गलियारों में अतीक को गोली से मारे जाने के बाद सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए विपक्षी नेता द्वारा यूपी सीएम को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
तो वहीं दूसरी ओर गैंगस्टर अतीक अहमद के बर्बरता पूर्ण किए गए कार्यों और हत्याओं के मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। अतीक अशरफ द्वारा सोशल मीडिया पर विधायक राजू पाल की हत्या किए जाने का मैसेज खूब वायरल हो रहा है जिसमें अतीक की गोली मारकर हत्या किए जाने का समर्थन किया गया है क्या मैसेज है पढ़िए विस्तार से…
मैसेज में लिखा गया है कि…
इसे कहते हैं गुंडा राज जो सपा के शासन काल में था और अक्कलस और लाम गुप्पल पता नहीं क्या परिभाषा पढ़े हैं …
करीब दोपहर का 3 बज रहा होगा।प्रयागराज पश्चिम में एक 24 साल का नौजवान खून से लथपथ सड़क पर भाग रहा था शरीर में 8 से 10 गोलियां लगी थी वो अपनी जान बचाने के लिए लोगों से गुहार लगा रहा था, उसके पीछे पीछे 4 गाड़ियों से 20 लोग लगातार फायरिंग करते हुऐ उसे दौड़ा रहे थे आख़िर इतनी गोलियां लगने के बाद वो कहां तक भाग पाता।
करीब 5 किलोमीटर तक भागने के बाद वो गिर पड़ा,, उसे मरा हुआ समझ कर असरफ और उसके 20 गुंडे वहां से निकल जाते हैं,, करीब आधे घंटे बाद जब अतीक को पता चला की उस नौजवान की सांसे अभी कल रही हैं और उसके समर्थक उसे टेंपो में लाद कर अस्पताल ले जा रहे हैं तो अतीक ने असरफ को कहा जिसे तुम मरा हुआ समझ कर छोड़ आए हो वो अभी ज़िंदा है।
ये सुन कर असरफ फिर अपने गुर्गों के साथ अस्पताल के बीच में ही टेंपो रोक कर सैकड़ों गोलियां उसके शरीर में उतार देते हैं,, दिन दहाड़े जिसकी हत्या हो जाती है वो कोई आम आदमी नही था वो विधायक राजू पाल था जिसको बडी बेरहमी से मार डाला गया था।
जिसकी शादी हुए महज 7 दिन ही हुए थे अभी तो उसकी बीबी के हाथ की मेंहदी भी नहीं छूटी थी उसका सुहाग को अतीक अहमद ने सरे बाजार उजाड़ दिया था ..जिस नरपिशाच ने 44 सालों के अपने आपराधिक इतिहास में सैकड़ों हत्या करवाई हों उसके मारे जाने पर प्रदेश के कुछ नेता छाती पीट रहे हैं.. हर गुंडे का अंत होता है लेकिन जिस तरह से इसका अंत हुआ है..
मेरी नजर में वो हत्या नही बल्कि कुछ नौजवानों ने एक राक्षस का वध किया है,, और धरती से एक अत्याचारी को भार मुक्त किया है, मैं उसकी हत्या को सही नही कह सकता तो उसके वध को गलत भी नही कह सकता।
न्यूज़ पी आर मीडिया को यह मैसेज सोशल मीडिया के माध्यम से मिला है यह मैसेज किसके द्वारा लिखा गया उस व्यक्ति का पता नहीं चला। वायरल मैसेज अज्ञात व्यक्ति के द्वारा लिखे गए उसके निजी विचार है। हिंदी वर्तनी की अशुद्धियों को दूर करने के अलावा मैसेज को किसी प्रकार से न्यूज़ पीआर के द्वारा एडिट नहीं किया गया है।