लखीमपुर खीरी के निघासन ब्लॉक में चल रहे भ्रष्टाचार कांड में लिप्त शिक्षक रोहित कुमार के ख़िलाफ़ जनपद के संगठन ने संज्ञान लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
गौरतलब है कि शिक्षक सुमित कुमार ने इस प्रकरण का साक्ष्यों के साथ खुलासा किया था जिसमें आरोपी शिक्षक रोहित कुमार द्वारा अप्रत्याशित तरीक़े व ग़ैरकानूनी ढंग से धनउगाही की शिकायत करते हुए उक्त शिक्षक के बैंक स्टेटमेंट को सार्वजनिक करके कार्रवाई का मांग पत्र स्कूल शिक्षा महानिदेशक अनामिका सिंह, जनपद लखीमपुर के BSA के साथ जनपद के शिक्षक संगठन को भेजा था।
वहीं लखीमपुर खीरी के प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ने बड़ा एलान करते हुए सोशल मीडिया द्वारा सूचना दी है कि दलालों की अब खैर नहीं !
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ लखीमपुर खीरी के जिलाध्यक्ष संजीव त्रिपाठी नें सभी ब्लॉक इकाइयों के अध्यक्ष / मंत्री से कहा है कि उनकी जिलाधिकारी महोदय एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय से वार्ता हो चुकी है सभी लोग तत्काल अपनें ब्लॉक के खण्ड शिक्षा अधिकारी के साथ चलने वाले शिक्षक / अनुदेशक / शिक्षा मित्र का नाम भेजें एवं समस्त BRC पर जो दलाल किस्म के लोग सम्बद्ध हैं, उनका नाम भी भेजें,जिससे सभी के खातों की जांच करवाकर निघासन मॉडल की तर्ज पर आवश्यक कार्यवाही कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नही जाएगा।
शिक्षक रोहित कुमार द्वारा किये गए भ्रष्टाचार की जब जांच होगी तो इसकी जद में कई लोगों पर आंच आएगी।एक शिक्षक द्वारा गैरकानूनी तरीके से किया गया धनार्जन ,2018 के तत्कालीन BEO से लेकर वर्तमान BEO की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न तो लगाता ही है साथ ही उन शिक्षकों पर गाज गिरना भी तय है जिन्होंने रोहित के खाते में रुपये ट्रांसफर किये हैं।सुगबुगाहट है कि बिना किसी सक्षम अधिकारी की कारगुजारी के बिना शिक्षक रोहित के लिए कार्य के एवज के बदले रुपये लेना नामुमकिन है इसलिए इस भ्रष्टाचार की परतें जैसे जैसे खुलेंगी वैसे ही नए नामों की फेहरिस्त भी बढ़ती जायेगी
नाम न लिखने की शर्त पर शिक्षकों ने बताया कि शिक्षक रोहित डिजिटल ट्रांसफर का लेखा जोखा तो है लेकिन गलत कार्य पर डाली गई मिट्टी के एवज में नगद रुपयों के लेनदेन का कोई लेखा जोखा नहीं है।