संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन सांसद वरुण गांधी ने कहा कि निजीकरण के नाम पर करोड़ों लोगों की बर्बाद करने की साजिश है। वह सोमवार को शहर के गांधी प्रेक्षागृह में ज़िले के व्यापारियों के साथ संवाद कर रहे थे।
अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुँचे बीजेपी सांसद वरुण गांधी आशा, मनरेगा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी, आशा बहुएं, शिक्षामित्रों से मिलने के साथ व्यापारियों की समस्याओं को सुना। सांसद वरुण गांधी ने व्यापारियों को सम्बोधित करते हए कहा कि देश की आर्थिक नीति पर सबसे मजबूत वर्ग व्यापारियों को एकजुट होकर विचार करना होगा।
दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने व्यापारियों की समस्याओं को सुना साथ ही उनकी मांगें संसद में उठाने की बात कही।इसके अलावा वरुण गांधी ने मंच से देश में कमजोर हो रही अर्थव्यवस्था सहित निजीकरण को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए है।इसके अलावा उन्होंने GST पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
इसके अलावा सांसद वरुण गाँधी आशा, मनरेगा, स्वास्थ्य,आंगनबाड़ी,आशा बहुएं,शिक्षामित्रों से मिलकर उनकी पीड़ा को दूर करने का आश्वासन दिया।इसके बाद वरुण ने ट्वीट किया कि आज पीलीभीत में संविदा कर्मियों जिनमें मनरेगा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी, आशा बहुएं,शिक्षामित्रों व अन्य की वेदना को जाना।
संविदा कर्मी भी दूसरे सरकारी कर्मचारियों की तरह समान मानदेय के साथ समान सम्मान के भी हकदार हैं।नियमितीकरण और सम्मान की इस लड़ाई में मैं इनके साथ अंत तक खड़ा रहूंगा।
आज पीलीभीत में संविदा कर्मियों जिनमें मनरेगा, स्वास्थ्य,आंगनबाड़ी,आशा बहुएं,शिक्षामित्रों व अन्य की वेदना को जाना।
संविदा कर्मी भी दूसरे सरकारी कर्मचारियों की तरह समान मानदेय के साथ समान सम्मान के भी हकदार हैं।नियमितीकरण और सम्मान की इस लड़ाई में मैं इनके साथ अंत तक खड़ा रहूंगा। pic.twitter.com/AqCCsYEzgB
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 20, 2021
‘स्थानीय व्यापारियों को आगे बढ़ाना होगा’
व्यापारियों ने 18 फीसदी तक बढ़े GST पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे कम करने की मांग की। वहीं सांसद वरुण गांधी ने व्यापारियों से कहा, “देश की आर्थिक नीति पर सबसे मजबूत वर्ग व्यापारियों को एकजुट होकर विचार करना होगा” उन्होंने आगे कहा, “ऑनलाइन कंपनी की नीतियों का विरोध करते हुए हमें धरातल पर अपने स्थानीय व्यापारियों को आगे बढ़ाना होगा, जिन्होंने कोरोना काल मे पूरी तरह से मजबूती देकर देश की सेवा की है। मैं व्यापारियों की इन समस्याओं पर विचार करके इन्हें संसद में उठाउंगा।
मेरी राजनीति का मक़सद केवल देशहित
अपने भाषण के दौरान वरुण गांधी ने कहा “वरुण गांधी और मेनका गांधी ने देश में वोट के लिए राजनीति नहीं की है, बल्कि मैं देशहित मे क्रांति लाने के लिए राजनीति में आया हूँ इसलिए देश में मैं अकेला ऐसा सांसद हूँ, जिसने आज तक अपनी सांसद की तनख्वाह तक नहीं ली और न ही कभी सरकारी गाड़ी की सुविधा ली।”
निजीकरण पर उन्होंने कहा, “देश में एयरपोर्ट बिक गए, देश में बाहरी कंपनियों के आने से देश आर्थिक रूप से कमजोर हो रहा है और बेरोजगारी दिनों दिन बढ़ती जा रही है इसको लेकर देश में व्यापारियों सहित युवाओं को संगठित होकर विचार करना होगा कि वे आने वाले चुनाव में उस व्यक्ति नेता को अपना जनप्रतिनिधि बनाएं जिससे आने वाला समय खुशहाल व आर्थिक रूप से मजबूत हो सके।
वरुण गांधी ने कहा, “बैंकों का अगर निजीकरण हुआ तो 8 से 10 लाख लोगों की नौकरी चली जाएगी।” बरेली में बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि 40 से 45 साल के उम्र में बैंककर्मियों को फिर से कौन प्रशिक्षित करेगा? उन्हें फिर से कौन नियुक्त करेगा? उनके बच्चों को कौन खिलाएगा? वरुण गांधी ने कहा अगर एमटीएनएल, बीएसएनएल, एयरपोर्ट और एयरलाइंस बिक गए तो आम आदमी के बच्चों को कौन रोजगार देगा?
If banks are privatised, 8-10 lakh people will lose jobs, they'll be 40-50-yr-old. Who'll retrain them & employ them again? Who'll feed their children? If BHEL,MTNL,BSNL,airports & airlines are sold,who'll emply common man's children?: BJP MP Varun Gandhi in Bareilly (UP) (20.12) pic.twitter.com/K91VWxYDvU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 21, 2021
वरुण गांधी ने कहा कि निजीकरण के नाम पर सब कुछ बेचा जा रहा है। उन्होंने लोगों से कहा कि हिन्दू-मुस्लिम, जाति-धर्म, अगड़ा-पिछड़ा के जाल से बाहर निकलकर संगठित होइए और आवाज़ उठाइए और देश बचाइए।