पुरानी पेंशन की मांग कर रहे सरकारी कर्मियों के द्वारा लगातार नेशनल पेंशन स्कीम का विरोध किया जा रहा है।अधिकतर सरकारी कर्मी एनपीएस का कैलकुलेशन करके उससे होने वाले नुकसान के बारे में सोशल मीडिया पर मैसेज शेयर कर रहे हैं।
एनपीएस से होने वाले नुकसान से संबंधित ऐसा ही एक मैसेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और सरकारी कर्मियों के द्वारा यह मैसेज खूब शेयर किया जा रहा है। न्यूज़ पीआर मीडिया को यह मैसेज सोशल मीडिया के माध्यम से मिला इसलिए इस मैसेज में दिए गए आंकड़ों की पुष्टि एनपीआर मीडिया नहीं करता। वायरल हो रहा है मैसेज में कहा गया है कि क्या आप जानते है ?? NPS का काला सच।
NPS के अंतर्गत यदि आप रिटायर्ड होने पर प्रतिमाह मात्र 5000 रु पेंशन भी लेना चाहते है तो आपके खाते में कुल 25 लाख रु जमा होने चाहिए। 25 लाख का 60% मतलब 15 लाख आपको कैस मिल जाएंगे और शेष 40% मतलब 10 लाख पर आपको पेंशन मिलेगी।
औसत 6% वार्षिक रिटर्न के आधार पर 10 लाख का 6% मतलब 60 हज़ार रु पूरे वर्ष में, मतलब प्रतिमाह 5 हज़ार रु मात्र।
यदि आप 10 हज़ार प्रतिमाह पेंशन चाहते है तो NPS खाते में 50 लाख रु होने चाहिए यदि आप 20 हज़ार रु पेंशन प्रतिमाह चाहते है तो NPS खाते में 1 करोड़ रु होने चाहिए।
अब सोचिए कि आपके NPS एकाउंट में अभी तक कुल कितने जमा है और कितनी सर्विस और बची है ? आप खुद सोच सकते है कि हम कहाँ तक जा सकते है ?
मान लो पिछले 10 साल से NPS कट रहा है और लगभग 10 से 15 लाख के आस पास है और 10 से 15 साल की नोकरी और शेष है जिसमे 15 से 20 लाख और जमा हो जाएंगे।
कितनी पेंशन बनेगी ? वो भी बिना महंगाई भत्ता, बिना वेतन आयोग के लाभ, बिना मेडिकल सुविधा के। ज्यादा से ज्यादा 6 से 8 हज़ार रु मात्र, वो भी जब आज से 5 से 10 साल बाद गैस सिलेंडर ही लगभग 2000 रु का हो जाएगा।
फिर हम बैठे बैठे सोचेंगे कि काश अपने अधिकार के लिए एक आवाज उठाई होती इसलिए बाद में अफसोस करने से बेहतर है आज दूरदर्शिता रखते हुए सरकार से अपना हक लिया जाए।
इसलिए उठो और संकल्प लो कि पुरानी पेंशन जब तक नही मिल जाती तब तक मैं शांत नही बैठूंगा , सरकार से अपना अधिकार लेकर रहूंगा।