समाजवादी के मुखिया अखिलेश यादव ने इटावा में जनसभा का आयोजन हुआ जनसभा में अपने चाचा शिवपाल यादव को चुनाव जीतने के बाद कैबिनेट मंत्री बनाने का ऐलान कर दिया है सभी को अवगत है इस समय राजनीति में उतार-चढ़ाव चल रहे हैं उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को निशाना बनाते हुए कहा कि इनकी कोई भी योजना कारगर साबित नहीं हुई है।
हमने लैपटॉप बटबाय लोगों को मिले योगी सरकार कन्या सुमंगला योजना का लाभ देने का दावा करते है, लेकिन किसे मिल रहा है? किसी को कुछ भी नही पता. धान खरीद में गड़बड़ी ही गड़बड़ी है. भाजपा के जनप्रतिनिधि ही धान खरीद पर सवाल उठा रहे हैं.कई जिलों को ओडीएफ कर दिया गया, जांच हुई तो पता चला कि वहां शौचालय हैं ही नहीं. ये ही सरकार कहती थी कि किसानों की आय दोगुनी कर देंगे।
हम पूछना चाहते हैं कि सरकार बताए कि किसान की आय उन्होंने दोगुनी की है. सरकार की तरफ से तय पैसा क्या धान किसान को मिला? महंगाई बढ़ गई, बिजली की कीमतें कहां पहुंच गईं, इसकी पूरी तरह से दोषी बीजेपी सरकार है. किसी ने पूछा कि उपचुनाव की हार के बारे में क्या कहना चाह रहे हैं तो अखिलेश ने कहा कि जब चुनाव वहां के डीएम, एसपी, सीओ और सिपाही लड़ेंगे तो कौन जीतेगा? चुनाव भाजपा नहीं लड़ रही, उनकी सरकार के जितने भी अधिकारी हैं, वे चुनाव लड़ रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा 2022 के चुनावों में विकास कार्यो को लेकर और भाजपा सरकार में किए गए भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी. बिहार चुनाव पर भी भाजपा को तंज कसते हुए कहा है कि जनता जानती है कि वहां पर जनता के साथ धोखा हुआ है बिहार में बहुत बड़ी बेईमानी की गई है सत्ता हथियाने के लिए अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले चुनाव में समय भाजपा को दिखा देंगे की रणनीति क्या होती है।