देश की सुरक्षा व्यवस्था में आतंकियों के द्वारा सेंध लगाने वाले 1 दर्जन से अधिक मैसेंजर मोबाइल एप्स को केंद्र सरकार द्वारा ब्लॉक कर दिया गया है। केंद्रीय आईटी मंत्रालय ने इंटेलीजेंस ब्यूरो से मिले इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया। देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत और सुदृढ़ करने के लिए केंद्र सरकार का यह बड़ा कदम माना जा रहा है।
मीडिया न्यूज़ एजेंसी ANI द्वारा इस बाबत जानकारी दी गई कि केंद्र सरकार ने 14 मोबाइल मैसेंजर ऐप को ब्लॉक किया, बताया जा रहा है कि आतंकी इन मोबाइल मैसेंजर ऐप का इस्तेमाल संदेश फैलाने और पाकिस्तान से संदेश प्राप्त करने के लिए करते थे।
केंद्र सरकार ने 14 मोबाइल मैसेंजर ऐप को ब्लॉक किया, बताया जा रहा है कि आतंकी इन मोबाइल मैसेंजर ऐप का इस्तेमाल संदेश फैलाने और पाकिस्तान से संदेश प्राप्त करने के लिए करते थे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 1, 2023
बताया जा रहा है कि आतंकियों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले और भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले तकरीबन 14 मैसेंजर एप्स को केंद्र सरकार के द्वारा बैन कर दिया गया है। इन ऐप्स में एनिग्मा, सेफस्विस, क्रायपवाइजर से लेकर ब्रायर, बीचैट, नंदबॉक्स जैसे ऐप्स शामिल हैं। ये एप्स एंड्रायड और iOS प्लेटफॉर्म के जरिए यूजर्स का डाटा चुराकर भारत से बाहर सर्वर को ट्रांसफर करने का काम करते थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की कमर तोड़ने के लिए भारत सरकार की यह बड़ी कार्रवाई है।जम्मू कश्मीर में एक्टिव आतंकवादी इन सभी मैसेंजर एप्स के द्वारा पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से संपर्क साधा करते थे।
देश की जन्नत का जाने वाले जम्मू कश्मीर p मैं आतंकवादियों के द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है इन 14 मैसेंजर मोबाइल एप्लीकेशन को केंद्र सरकार ने ब्लॉक करने का कदम तब उठाया जब सरकार को Defense forces, safety, Intelligence और Investigative Agencies के द्वारा इन मैसेंजर एप्स के संदिग्ध होने पर सवाल उठाए।
इन मैसेंजर एप्स के संचालन के विषय में जांच एजेंसियों द्वारा की गई जांच में पता चला कि इन सभी ऐप्स के रिप्रेजेन्टेटिव भारत के नहीं हैं। भारतीय कानून के अनुसार आवश्यक जानकारी मांगने के लिए जब मैसेंजर एप्स के साथ संपर्क साधा गया तो इन सभी एप्स के संचालन करने वाले कोई भी ऑफिस यह कांटेक्ट भारत का नहीं मिला।
संदेह होने पर भारत की जांच एजेंसियों ने पाया कि इन सभी मैसेंजर ऐप्स का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में आतंकवादी संगठन अपने सपोर्टर्स और ऑन-ग्राउंड वर्कर्स यानी OGW के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए कर रहे थ जो उनको एक्टिविटीज में शामिल होने में मदद भी करते थे।
आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त जिन मैसेंजर एप्स को केंद्र सरकार ने ब्लॉक किया है उनमें आईएमओ, एलिमेंट, क्रायपवाइजर, बीचैट, नंदबॉक्स, एनिग्मा, सेफस्विस, विकरमे, मीडियाफायर, ब्रायर, , कॉनियन, सेकेंड लाइन, जांगी, थ्रेमा जैसे ऐप्स शामिल हैं।
जांच एजेंसियों द्वारा आई रिपोर्ट में कहा गया कि कश्मीर में चल रहे इन मैसेंजर एप्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इन एप्स को संचालित करने वाले यूजर्स के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती अर्थात यूजर्स अपनी पहचान छुपाकर इन एप्स का प्रयोग कर सकते थे और उनके फीचर्स ने उनसे जुड़ी ऑर्गेनाइजेशन के बारे में पता लगा पाने को रास्ता भी कठिन बनाया था।
इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा जिन ऐप्स को ब्लॉक किया गया है, उनके सर्वर भारत में ना होकर अलग-अलग देशों में हैं, जिससे उन्हें ट्रेस करना और भी कठिन था। इसके अलावा सबसे बड़ी और प्रमुख बात यह थी कि जांच में यह भी पता चला कि सिक्यॉरिटी फोर्सेजऔर इंटेलिजेंस एजेंसियों द्वारा किए गए ऑपरेशन्स में जो आतंकवादी मारे गए थे उनके पास से बरामद मोबाइल फोन पर ऐप्स डाउनलोड थे।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार का मोबाइल एप्स को बैन करना पहली बार नहीं इससे पहले भी केंद्र सरकार ने सुरक्षा कारणों से बड़ी कार्रवाई करते हुए कई चीनी ऐप्प पर बैन लगाया था। अब तक 250 से ज्यादा चाइनीज ऐप भारत में प्रतिबंधित किए जा चुके हैं। इन प्रतिबंधित ऐप की सूची में TikTok, PUBG Mobile और UC Browsers एप शामिल हैं।