स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पाचन प्रक्रिया के दौरान प्यूरीन नामक प्रोटीन का ब्रेकडाउन होता है। इस प्रोटीन के टूटने से ही खून में यूरिक एसिड बनने लगता है। आज की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण कम उम्र में ही लोग इस परेशानी से ग्रस्त हो जाते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने के कारण कारण गठिया-बाय, गाउट, जोड़ों में दर्द, उठने-बैठने में तकलीफ और सूजन जैसी कई तरह की समस्याएं होने लगती है। ऐसे में इससे निजात पाना बेहद जरूरी है।
क्या है यूरिक एसिड…
हमारा शरीर तमाम कोशिकाओं और तंतुओं से मिलकर बना है, जो रात दिन हमारे शरीर को चलाने में मदद करते हैं। शरीर के सारे महत्वपूर्ण अंग जैसे दिल, फेफड़े, दिमाग और किडनी अपने अलग-अलग काम करत हैं। इसमें किडनी शरीर में सबसे महत्वपूर्ण काम करती हैं, वे शरीर में बनने या भोजन के माध्यम से जाने वाले अनेक कैमिकल्स, खनिज और बेकार पदार्थों को छानकर पेशाब के द्वारा बाहर निकाल देती हैं। इन्हीं में एक कैमिकल होता है यूरिक एसिड , इसकी मात्रा अगर शरीर में बढ़ने लगती है तो किडनी के लिए इसे छानकर शरीर से बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है।
कैसे बनता है यूरिक एसिड…
यूरिक एसिड एक कार्बनिक यौगिक है जो हाईड्रोजन, ऑक्सीजन और नाईट्रोजन जैसे तत्वों से मिलकर बनता है। इसका आणविक सूत्र C5H4N4O3 है और आणविक वजन 168 डालटन है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनने वाला एक कैमिकल होता है जो शरीर में बनने के साथ-साथ भोजन के जरिए भी शरीर में प्रवेश करता है। यह एसिड रक्त के माध्यम से किडनियों तक पहुँचता है। किडनी इसका शरीर की जरूरत के हिसाब से संतुलन करने के बाद जरूरत से अधिक एसिड को पेशाब के माध्यम से बाहर निकाल देती हैं।
बढ़े हुए यूरिक एसिड से प्रॉब्लम
यूरिक एसिड की अधिकता की वजह से जोड़ों में दर्द, शरीर में सूजन, किडनी की बीमारी और मोटापा जैसी कई समस्याएं हो सकती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर ब्लड प्रेशर, थायराइड और डायबिटीज जैसी घातक बीमारियों का खतरा भी होता है।
यूरिक एसिड कम करने के लिए क्या करें?
यूरिक एसिड कम करने के लिए रोजाना सुबह 2 से 3 अखरोट खाएं। हाई फायबर फूड जैसे ओटमील, दलिया, बींस, ब्राउन राईस (ब्राउन चावल) खाने से यूरिक एसिड की ज्यादातर मात्रा एब्जॉर्ब हो जाती है और उसका लेवल कम हो जाएगा। बेकिंग सोडा व अजवाईन के सेवन से भी यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलती है।
लो प्यूरीन फूड है प्याज…
खाने का स्वाद बढ़ाने में प्याज का कोई जोड़ नहीं है, ठीक उसी तरह समग्र स्वास्थ्य के लिए भी इसका इस्तेमाल लाभकारी होता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखने और कम करने के लिए प्याज का सेवन करना मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। प्याज में मौजूद तत्व शरीर में नॉर्मल प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाते हैं। ऐसे में शरीर में प्यूरीन कम मात्रा में फॉर्म होता है।
पोषक तत्वों का होता है खजाना है प्याज़…
प्याज में फोलेट, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, विटामिन ए, सी व ई, सोडियम और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही, इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-कार्सिनोजेनिक और एंटी-एलर्जिक गुण भी मौजूद होते हैं जो यूरिक एसिड को कंट्रोल तो करते ही हैं, साथ ही सूजन और दर्द जैसी परेशानियों को भी कम करते हैं।
यूरिक एसिड में नींबू है लाभकारी…
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट में विटामिन सी युक्त पदार्थ शामिल करने की सलाद दी जाती है। ऐसे में नींबू सबसे बेस्ट होता है। नींबू पानी शरीर के अंदर कैल्शियम कार्बोनेट के इकट्ठा करने वाली प्रक्रिया को रोकने में मदद करता है।
क्या खाने से यूरिक एसिड कम होता है?
हरी सब्जियां, फल, डेयरी प्रोडक्ट्स, अंडा, चेरी, पेय पदार्थ – कॉफी, चाय और ग्रीन टी पीने के साथ साबुत अनाज में ओट्स, ब्राउन राइस, जौ और सूखे मेवे खाने से यूरिक एसिड कम होता है।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण…
● जोड़ों में दर्द होना। उठने-बैठने में परेशानी होना।
●उंगलियों में सूजन आ जाना
●जोड़ों में गांठ की शिकायत होना
● इसके अलावा पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन वाला दर्द होता है जो कई बार असहनीय हो जाता है। इसमें आदमी ज्यादा जल्दी थक भी जाता है। इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज ना करें।
यूरिक एसिड में कौन सी सब्जी खानी चाहिए…
यूरिक एसिड बढ़ने पर आलू, मटर, मशरूम, बैंगन और हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से यूरिक ऐसिड नॉर्मल रहता है। मसूर की दाल, बीन्स, सोयाबीन और टोफू (सोया पनीर) आदि यूरिक ऐसिड को कम करते हैं।
यूरिक एसिड में कौन सी दाल खाएं…
यूरिक एसिड के मरीज भी मूंग दाल खा सकते हैं। इसके अलावा शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने के लिए मसूर की दाल काफी फायदेमंद साबित होती है।
यूरिक एसिड की रामबाण दवा क्या है…
यूरिक एसिड को कम करने की रामबाण दवा है बेकिंग सोडा है ।एक गिलास पानी में आधा चम्मच बेकिंग सोड़ा घोलकर दो सप्ताह तक सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर कम हो जाता है।
कितना होना हो यूरिक एसिड…
महिलाओं में यूरिक एसिड का नॉर्मल लेवल 2.4 से 6.0 mg/dL और पुरुषों में 3.4 से 7.0 mg/dL होना चाहिए। इसका बनना इतना खतरनाक नहीं है। आमतौर पर हर व्यक्ति में यह कम या ज्यादा बनता है और यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है।
यूरिक एसिड में टमाटर है फायदेमंद…
आपको बता दें कि टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते है। इसके अलावा इसमें प्यूरिन की मात्रा भी काफी कम होती है इसके साथ ही इसमें अधिक मात्रा में विटामिन्स होते हैं जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के साथ शरीर की सूजन और दर्द से राहत दिलाते हैं।
यूरिक एसिड का टेस्ट कैसे होता है…
यूरिक एसिड यूरिन टेस्ट कैसे किया जाता है? यूरिक एसिड यूरिन टेस्ट एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है जिसमें केवल यूरिन की आवश्यकता होती है। यूरिन के नमूनों को 24 घंटे की अवधि में एकत्र करने की आवश्यकता होती है।
यूरिक एसिड में दही ना खाएं
यूरिक एसिड का लेवल शरीर में बढ़ा होने पर प्रोटीन का सेवन करने से मना किया जाता है। दही में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसानदायक होता है। दही में मौजूद ट्रांस फैट यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाता है।
नॉनवेज करता है नुक़सान…
नॉनवेज को भी खाने से बचना चाहिए। नॉनवेज में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है जो शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है इसलिए अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा हुआ है तो नॉनवेज बिल्कुल ना खाएं।
दाल और चावल खाने से भी बचें…
अगर आप यूरिक एसिड का लेवल बढ़े होने से परेशान हैं तो दाल चावल को भी खाने से बचना चाहिए। दाल में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है खास तौर से उन दालों का सेवन करने से बचें जो छिलके वाली होती हैं।
जंकफूड व तली भुनी चींजों से करें परहेज़…
यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिए कुछ चीजों का परहेज करना बहुत जरूरी है। ये चीजें सोया मिल्क, जंक फूड, चटपटे खाद्य पदार्थ और तली भुनी चीजे हैं। ये सभी यूरिक एसिड की मात्रा को शरीर में बढ़ा सकती हैं।