हाल ही में सम्पन्न हुई 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण पर घोटाला का आरोप लगाकर SC-OBC अभ्यर्थी विगत 5 महीने से आंदोलनरत हैं अभ्यर्थियों का कहना है कि 69000 भर्ती में आरक्षण का महाघोटाला हुआ है जिससे तकरीबन 5000 से अधिक सीटों पर आरक्षित अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो पाया।
चयन से वंचित अभ्यर्थियों का कहना है कि OBC वर्ग को 69000 भर्ती में 27 प्रतिशत की जगह 4 प्रतिशत से भी कम आरक्षण मिला है और ऐसा ही SC वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ भी हुआ।
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69,000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर रिपोर्ट तैयार की थी। इस रिपोर्ट में 5,844 सीटों पर आरक्षण घोटाला सामने आया है। इस पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है लेकिन योगी सरकार ने जवाब दाखिल नहीं किया है।
हाँलाकि अभ्यर्थियों के घिराव के बाद उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी बेसिक शिक्षा के तत्कालीन महानिदेशक विजय किरण आनंद व SCERT के निदेशक डॉ. सर्वेन्द्र विक्रम सिंह और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद पीएस बघेल की मौजूदगी में 69000 शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के नाराज अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक कर चुके हैं मगर बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने शिक्षक भर्ती को पूरी तरह पारदर्शी बताते हुए कहा कि इसमें कहीं आरक्षण घोटाला नहीं हुआ। इसके अलावा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग से किसी भी प्रकार के कोई पत्र को मिलने की बात को सिरे से नकार दिया हाँलाकि शिक्षा मंत्री ने इस मामले में प्रमुख सचिव को आयोग से संपर्क करने के लिए कहा है सतीश द्विवेदी ने कहा आयोग जो रिपोर्ट देगा, हम उस पर जवाब देंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले अभ्यर्थियों की मांगों को नकारते हुए बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा था कि बेसिक शिक्षा परिषद में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में सामान्य वर्ग की 34,589 सीटें थीं जबकि इस वर्ग के महज 20,301 अभ्यर्थी ही चयनित हुए हैं। सामान्य वर्ग के शेष 14,288 पदों पर भी OBC व SC वर्ग के अभ्यर्थी मेरिट के आधार पर चयनित हुए हैं। इस तरह कुल 31000 अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी चयनित हुए हैं उन्होंने कहा कि OBC वर्ग के अभ्यर्थियों को नियमानुसार आरक्षण नहीं देने का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
आपको बता दें कि हर सम्भव प्रयास करते हुए अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के घर के बाहर भी प्रदर्शन किया था और उस वक़्त उनकी बात सुनने का उन्हें आश्वासन भी मिला था मगर तब भी उनकी बात नहीं सुनी गई।
इस दौरान 69 हजार शिक्षक भर्ती में घोटाले का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया जहाँ पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उन्हें बसों में भरकर धरनास्थल पर भेज दिया फिर अभ्यर्थियों ने भाजपा कार्यालय के बाहर भी प्रदर्शन किया।
69000 शिक्षक भर्ती के मामले में कई ऐक्शन लेने वाले प्रयागराज के SSP सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने तमाम एफआईआर कराने और नकल माफिया के खिलाफ कार्रवाई की तो प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि शिक्षक भर्ती के मामले में नकल माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर SSP को सजा के तौर पर वेटिंग लिस्ट पर भेज दिया गया और IPS अभिषेक दीक्षित को प्रयागराज का नया एसएसपी बनाया गया है।