शिक्षामित्रों के एक धड़े ने सपा का समर्थन करने का ऐलान करते हुए कहा कि सरकार ने हमेशा अपने वादे पूरे किए हैं। हम उनके साथ खड़े हैं।
आगामी वर्ष में होने वाले उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 में शिक्षामित्रों के संगठन शिक्षामित्र सेवा समिति ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व CM अखिलेश यादव को समर्थन देने का पत्र भेजा है।
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शिक्षामित्रों के संग़ठन शिक्षामित्र सेवा समिति उत्तर प्रदेश द्वारा सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व CM अखिलेश यादव को दिए गए समर्थन पत्र में कहा गया कि हम शिक्षामित्रों के साथ 2017 के चुनावी घोषणा पत्र में 13 महीने के अन्दर न्यायोचित ढंग से सम्मान वापस दिलाने का भरोसा दिलाने वाली भारतीय जनता पार्टी ” की सरकार ने आज तक कुछ नहीं किया है और इसी के चलते हमारे हजारों की संख्या में शिक्षामित्रों की जिन्दगी चली गयी और उनके बच्चे व परिवार अनाथ हो गये।
पत्र में कहा गया है कि भाजपा सरकार ने हमारे भविष्य को सुरक्षित व संरक्षित करने का अभी तक कोई भी काम नही किया है ।अत: हमारा संगठन 2022 के उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनाव में आपको समर्थन करने का ऐलान करता है जिससे आपकी सरकार बने और आप हम सबका दुबारा सम्मान वापस कर सके।
गौरतलब है कि कि समाजवादी पार्टी की पिछली सरकार में ही शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा से BTC करवाकर शिक्षक के पद पर समायोजित किया था लेकिन बाद में भाजपा सरकार बनने के बाद कोर्ट कार्रवाई में समायोजित शिक्षामित्रों का शिक्षक पद का समायोजन निरस्त हो गया जिसके चलते शिक्षामित्रो को उनके मूल पद और मानदेय पर वापस आना पड़ा।
तब से लेकर अब तक शिक्षामित्रों के संगठन और प्रदेश सरकार में रार ठनी है। दर्जनों सरकार के साथ हाई लेवल की मीटिंग के बावजूद शिक्षामित्रो के सम्बंध में कोई हल नहीं निकला।समान कार्य समान वेतन का आधार पर न उन्हें मांग के अनुसार वेतन मिला और न ही शिक्षक पद।