अमेरिकन हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदानी ग्रुप के शेयरों में आई भारी गिरावट से एलआईसी को ज़बरदस्त झटका लगा है।
Hindenburg की रिपोर्ट ने मार्केट के सेंटिमेंट के प्रभाव के चलते अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई जिसके चलते इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर LIC के हजारों करोड़ रुपये डुब गए। आई रिपोर्ट में प्रिया खुलासा हुआ कि अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में भारी उथल-पुथल दर्ज की गई।
हाइलाइट्स:
* हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अमीरों की सूची में अब 7वें नंबर पर खिसके गौतम अडानी
* ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी को 22.6 अरब डॉलर का झटका
* Adani ग्रुप की कंपनियों के शेयरों ने LIC के डुबोए 18000 करोड़ रूपये
* रिपोर्ट से मची खलबली, टेंशन में बड़े निवेशक,दो ही दिन में गंवाए 16,600 करोड़
* हिंडनबर्ग के 5 आरोप, 32000 शब्दों की रिपोर्ट के साथ पूछे 88 सवाल
* अदानी ग्रुप पर 106 पन्नों की रिपोर्ट से एलआईसी को बड़ा झटका
*अडानी ग्रुप ने रिपोर्ट का किया खंडन
अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में आई गिरावट ने देश के सबसे बड़े इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के पोर्टफोलियो में गहरी सेंध लगा दी। बता दें कि अडानी ग्रुप के शेयर में LIC का संयुक्त निवेश है जो गिरावट के बाद 27 जनवरी 2023 को 62,621 करोड़ रुपये हो गया। इससे पहले 24 जनवरी 2023 को ये 81,268 करोड़ रुपये था।मतलब LIC को 18,647 करोड़ रुपये के नुकसान पहुंचा है।
कितनी है हिस्सेदारी?
Ace इक्विटी के पास उपलब्ध डेटा के अनुसार 31 दिसंबर 2022 तक LIC के पास अडानी की कुल कपनियों में एक प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी है।
एलआईसी की अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन और सीमेंट प्रमुख अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी में एक प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी है।गौरतलब है कि पिछले दो कारोबारी सत्रों में इन सभी कंपनियों के शेयर 19 फीसदी से 27 फीसदी के बीच गिरे हैं।
दावा: कंपनियों हैं ओवरवैल्यूज
बता दें कि अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। साथ ही हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप की 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं।
दूसरी ओर अडानी के ग्रुप CFO जुगशिंदर सिंह ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को निराधार बताया और कहा कि अडानी ग्रुप को बदनाम करने के लिए ऐसी रिपोर्ट को सामने लाया गया है उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में बहुत सारी तथ्यहीन बातें कही गई है जिनका कोई भी वास्तविक आधार नहीं है।
कितनी आई गिरावट?
24 जनवरी से अडानी टोटल गैस में LIC के कुल निवेश में 6,237 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई
इसके बाद ACC में LIC के निवेश में कुल 544 करोड़ रुपये, अडानी ग्रीन एनर्जी में 871 करोड़ रुपये , अंबुजा सीमेंट्स में 1,474 करोड़ रुपये,अडानी ट्रांसमिशन में 3,036 करोड़ रुपये, अडानी पोर्ट्स में 3,205 करोड़ रुपये और अडानी एंटरप्राइजेज में 3,279 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई।
अडानी ग्रुप के डूबे 4 लाख करोड़ रुपए
अडानी समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कुल मिलाकर कैपिटलाइजेशन 27 जनवरी को तकरीबन 4 लाख करोड़ रुपये कम हो गया। गौर करने वाली बात यह भी है कि 24 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 19 लाख करोड़ रुपये था, जो 27 जनवरी को 15 लाख करोड़ रुपये हो गया।
अमरीकन इनवेस्टमेंट रिसर्च फर्म द्वारा 32 हजार शब्दों वाली रिपोर्ट और 88 सवाल के बाद दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी गौतम अडानी के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। इस रिसर्च फर्म ने अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अडानी ग्रुप की शेयर बाजार में लिस्टेड अहम कंपनियां गले तक कर्ज से डूबी हुई हैं। महंगे शेयर के चलते अदानी ग्रुप का वैल्यूएशन आसमान पर है इसलिए फंडामेंटल एनालिसिस के हिसाब से इनमें 85 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। अडानी ग्रुप दशकों से स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड में शामिल है।इसके बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट का दौर जारी है। इसी रिपोर्ट के आधार पर भारतीय निवेशकों का सेटीमेंट बदल गया।