लेखपाल भर्ती परीक्षा में धांधली: नकलची अभ्यर्थी ने भी किया क्वालीफाई, रिजल्ट में झोल के बाद अखिलेश यादव का ट्वीट, आयोग ने दी सफाई,
लेखपाल भर्ती परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ी पर उठाए गए सवालों के बाद आयोग ने स्पष्टीकरण देते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी की जिसमें कहा गया कि दिनांक 03.05.2023 आयोग द्वारा विज्ञापन सं०-1- परीक्षा / 2022 के अन्तर्गत राजस्व लेखपाल के पदों पर चयन के लिये दिनांक 31.07.2022 को आयोजित लिखित परीक्षा के आधार पर चयन प्रक्रिया के अगले चरण – अभिलेख परीक्षण हेतु शार्टलिस्ट किये गये अभ्यर्थियों का परिणाम दिनांक 02.05.2023 को घोषित किया गया है।
इस परिणाम के सम्बन्ध में कतिपय सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक अभ्यर्थी रितू सिंह (अनुक्रमांक-00191794) के सम्बन्ध में इस आशय की भ्रामक सूचनायें प्रचारित एवं प्रसारित की जा रही हैं कि नकल में पकड़े जाने के बावजूद आयोग द्वारा उक्त अभ्यर्थी का चयन कर लिया गया है।
आयोग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में आगे क्या कहा गया इससे पहले हम आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लेखपाल भर्ती परीक्षा के परिणाम के बाद अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लेखपाल भर्ती परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ी गई एक अभ्यर्थी के परिणाम इमेज को लगाते हुए लिखा कि यूपी पुलिस ने लेखपाल भर्ती परीक्षा में नक़ल करते हुए जिस महिला अभ्यर्थी को सबूत के साथ पकड़ा था, उसे उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने उतीर्ण घोषित कर दिया है। ये ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है। जाँच हो और दंडात्मक कार्रवाई भी। भाजपा सरकार में नक़ल माफिया का अमृतकाल चल रहा है।
यूपी पुलिस ने लेखपाल भर्ती परीक्षा में नक़ल करते हुए जिस महिला अभ्यर्थी को सबूत के साथ पकड़ा था, उसे उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने उतीर्ण घोषित कर दिया है। ये ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है। जाँच हो और दंडात्मक कार्रवाई भी।
भाजपा सरकार में नक़ल माफिया का अमृतकाल चल रहा… pic.twitter.com/vAd7HTb7fc
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 3, 2023
उपर्युक्त के सम्बन्ध में स्पष्ट किया जाता है कि लिखित परीक्षा का उक्त परिणाम अन्तिम चयन परिणाम नहीं है तथा यह चयन प्रक्रिया के अगले चरण अभिलेख परीक्षण हेतु अभ्यर्थियों की शार्टलिस्टिंग मात्र है, जिसमें कुल 8085 पदों के सापेक्ष 27,455 अभ्यर्थियों को शार्टलिस्ट किया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर जो भी अभ्यर्थी अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुये पकड़े जाते हैं, उनके सम्बन्ध में परीक्षा केन्द्रों से निर्धारित प्रपत्र (प्रपत्र च-2) पर अभ्यर्थियों का विवरण प्रेषित किया जाता है तथा आयोग द्वारा ऐसे अभ्यर्थियों को “अनुचित साधन प्रयोग” (Unfair Means- UFM) श्रेणी में वर्गीकृत करते हुये उनको लिखित परीक्षा के परिणाम में सम्मिलित नहीं किया जाता है।
जहाँ तक उक्त अभ्यर्थी रितू सिंह
(अनुक्रमांक-00191794 ) का प्रश्न है, उसके सम्बन्ध में सूच्य है कि सम्बन्धित परीक्षा केन्द्र (चेतना गर्ल्स इण्टर कालेज, करेली, प्रयागराज) स्तर से आयोग को प्रेषित किये जाने वाले निर्धारित प्रपत्र (प्रपत्र च – 2) पर अनुचित साधनों के प्रयोग सम्बन्धी विवरण पत्र में इस प्रकरण का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
अतः सम्बन्धित परीक्षा केन्द्र से सीलबन्द अवस्था में प्रेषित ट्रक में संरक्षित अन्य अभ्यर्थियों की ओ०एम०आर० के साथ-साथ उक्त अभ्यर्थी की ओ०एम०आर० का भी मूल्यांकन किया गया। प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुये पकड़े गये अन्य सभी अभ्यर्थी, जिनके सम्बन्ध में परीक्षा केन्द्रों से निर्धारित प्रपत्र पर इस आशय की सूचना प्राप्त हुई थी।
उन्हें आयोग द्वारा “अनुचित साधन प्रयोग” (Unfair Means- UFM) श्रेणी में वर्गीकृत करते हुये उनको लिखित परीक्षा के परिणाम में सम्मिलित नहीं किया गया है।
यह भी उल्लेखनीय है कि उक्त प्रकरण में जनपद स्तर पर दायर की गयी प्रथम सूचना रिपोर्ट के क्रम में पुलिस विभाग द्वारा की जा रही विवेचना के आधार पर न्यायालय में चार्जशीट अथवा अन्तिम रिपोर्ट दायर किये जाने के सम्बन्ध में आयोग स्तर पर कोई सूचना अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
उक्त अभ्यर्थी को अर्ह अथवा अनर्ह घोषित किये जाने के सम्बन्ध में निर्णय आयोग द्वारा इस सम्बन्ध में पुलिस द्वारा की जा रही विवेचना के परिणाम के आधार पर यथासमय लिया जायेगा।
यदि आयोग द्वारा अन्तिम परिणाम घोषित किये जाने से पूर्व पुलिस विभाग की विवेचना पूर्ण नहीं हो पाती है, तो उस स्थिति में अन्तिम परिणाम में चयनित होने की दशा में उक्त अभ्यर्थी का परिणाम “विदहेल्ड” (Withheld) श्रेणी में रखा जायेगा।