Khan Sir on Uniform Civil Code (UCC): भारत की केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने पर विचार कर रही है। इसकी रूपरेखा पर काम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने भी कहा है कि देश में सभी नागरिकों के लिए एक ही कानून होना चाहिए।
ऐसे में जहां कई देशवासी यूनिफॉर्म सिविल कोड का सर्मथन कर रहे हैं तो नहीं मुसलमानों ने इसका विरोध किया है। इस बहस के बीच अब बिहार के पटना वाले खान सर ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का सर्मथन करते हुए इसको देश के लिए सही ठहराया है। दिल्ली आबकारी नीति मामला: ED ने मनीष सिसोदिया और अन्य की 52 करोड़ की संपत्ति जब्त की, एजेंसी का बयान
खान सर का एक कोचिंग क्लास का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में बात कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर मुसलमानों और मौलानाओं पर तीखी प्रतिक्रिया भी दी है।
खान सर ने कहा, ”यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुसलमान लोग विरोध कर रहे हैं, बोल रहे हैं, नहीं ये हमारे इस्लाम के खिलाफ है। मौलानाओं लोग कह रहे हैं इस्लाम खत्म हो जाएगा…। ऐसा नहीं है कि इस्लाम खत्म हो जाएगा, हम बोल देंगे तो मुसलमान हमारे ही खिलाफ हो जाएगा।” यूपी टीचर ट्रांसफर लिस्ट: नियमावली को ताख पर रखकर निकाली गई तबादला सूची, अधिकारी नहीं सुन रहे शिक्षकों की समस्याएं
खान सर ने आगे कहा, ”अगर हम इस्लाम के कानून से चलेंगे तो, उनका नियम है, चोरी करे तो हाथ काट दो…। तो कोई मुसलमान चोरी करे तो उसका हाथ काटिए… और कुछ बोले तो कहिए…आपका धर्म यही कहता है। तो वो खुद कहने लगा, हमें भारतीय दंड संहिता आईपीसी के तहत सजा दो…। वहां उनको इस्लाम नहीं दिखेगा…। अगर आप सही हैं तो वहां भी कहिए कि हमें इस्लाम के हिसाब से सजा दीजिए।”
ये दोहरापन कैसे और कबतक चलेगा? 🤡#UniformCivilCode #KhanSir pic.twitter.com/MxrV8H79aG
— Dr. Syed Rizwan Ahmed (@Dr_RizwanAhmed) July 7, 2023
खान सर वीडियो में आगे कहते हैं, ”…तो मुसलमान लोग या मुसलमान के मौलाना लोग, जो भारतीय समान दंड संहिता है, उसे मान लिया, आप वहां भी तो कहिए कि मुसलमानों का दंड कानून अलग रखिए…। अगर इस्लामिक कानून लगा दिए तो आधे मुसलमान कट कर फेंका जाएंगे।”
खान सर ने कहा, ”इस्लामिक कानून मानना बहुत टफ है। तो वहां उनका इस्लाम खतरे में नहीं है, वहां कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन जब विवाह का कानून आ गया तो वो हमारे इस्लाम की बात करने लगे। कहने लगे, हम दो शादी करेंगे, तीन तलाक देंगे। हम कहते हैं सरकार ने सही किया है कि वो यूनिफॉर्म सिविल कोड लेकर चली आई है।”