उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों के शिक्षक पद से समायोजन निरस्त होने के सुप्रीम कोर्ट के 25 जुलाई 2017 के आदेश के बाद आज तक शिक्षामित्रों को न्याय नहीं मिल पाया।शिक्षक पद से समायोजन निरस्त होने के बाद यूपी के शिक्षामित्रों का मानदेय 2500 से 10 हजार तब कर दिया जब शिक्षामित्र अपना हक पाने के लिए यूपी सरकार के आगे आंदोलन कर रहे थे। वहीं अब शिक्षामित्र मामले में वरुण गांधी का नया बयान सामने आया है।
भारतीय जनता पार्टी के जनपद पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी का शिक्षामित्रों के संबंध में एक बड़ा बयान सामने आया है। पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी जब तब ट्वीट के माध्यम से बेरोजगारों महंगाई और शिक्षामित्रों के मुद्दे पर लगातार मुखर रहे हैं। वरुण गांधी ने एक बार फिर से शिक्षामित्रों की पीड़ा को अपने ट्वीट के माध्यम से उठाया है।
पीलीभीत के भारतीय जनता पार्टी से सांसद वरुण गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके लिखा कि कड़ाके की ठंड में लखनऊ में हजारों शिक्षामित्र अपना आत्मसम्मान और अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हर मौके पर अगली पंक्ति में खड़े होकर काम करने वाले शिक्षामित्रों का योग्यतानुसार समायोजन और उचित मानदेय उनका हक है। आखिर क्यों शिक्षामित्र सिर्फ चुनावों में याद आते हैं?
कड़ाके की ठंड में लखनऊ में हजारों शिक्षामित्र अपना आत्मसम्मान और अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हर मौके पर अगली पंक्ति में खड़े होकर काम करने वाले शिक्षामित्रों का योग्यतानुसार समायोजन और उचित मानदेय उनका हक है।
आखिर क्यों शिक्षामित्र सिर्फ चुनावों में याद आते हैं? pic.twitter.com/Yh3A0TEFx2
— Varun Gandhi (@varungandhi80) January 13, 2023
बता दें कि आदर्श शिक्षामित्र एशोसिएशन के आह्वान पर लखनऊ के रमाबाई मैदान में 20 जनवरी को प्रदेशीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष दिनेश चन्द्रा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई जिसमें तय किया गया कि सुल्तानापुर जिले से 2000 से अधिक शिक्षामित्र लखनऊ रवाना होंगे।
शिक्षामित्रों के संगठन ने भरोसा जताया कि अगले 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी सरकार शिक्षामित्रों के बारे में शिक्षा मित्रों के हित में बड़ी घोषणा कर सकती है। जिलाध्यक्ष दिनेश चन्द्रा ने कहा कि लखनऊ में होने वाले सम्मेलन में ब्लॉकों से बस द्वारा शिक्षामित्रों को लेकर चलने की जिम्मेदारी ब्लॉक के सभी अध्यक्षों को दी गई है।
अम्बेडकरनगर में ब्लॉक रामनगर के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा मित्रों की बैठक संपन्न हुई जिसमें तय किया गया कि शिक्षा मित्र अपनी मांगों के समर्थन में लखनऊ में होने वाले धरना प्रदर्शन में पहुंचकर हुंकार भरेंगे। शिक्षामित्रों के संगठन ने यथाशीघ्र शिक्षामित्र केयर समिति से जुड़ने की अपील करते हुए शिक्षामित्रों से एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।
फिलहाल यह बात भविष्य के गर्त में ही छिपी हुई है कि शिक्षामित्र आगे चलकर शिक्षक पद पर समायोजित हो सकेंगे या नहीं।