सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफॉर्म पर फोटो, वीडियो और टेक्स्ट की प्राइवेसी को लेकर एक मैसेज फेसबुक सोशल मीडिया के यूजर द्वारा बीते 2 दिनों से जाने अनजाने में ही फेसबुक पर ही बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। मतलब यूं कहें कि फेसबुक पर ऐसे पोस्ट की बाढ़ आ गई है जिसमें लोग दावा कर रहे हैं कि फेसबुक का नया नियम लागू होने जा रहा है।आइए वायरल हो रहे इस मैसेज की आपको सच्चाई बताते हैं।
फेसबुक पर वायरल हो रहे हैं मैसेज में लिखा है कि फेसबुक पर एक नया नियम लागू होने जा रहा है जिसके जरिए फेसबुक सारा डेटा जैसे फोटो, वीडियो, नाम और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए करने वाला है। जैसे ही यह मैसेज फेसबुक पर वायरल हुआ तो फेसबुक पर बैठे हर एक दूसरे यूजर ने बिना कोई पूर्व के जांच पड़ताल के इसे शेयर करना शुरू कर दिया।
फेसबुक यूजर के द्वारा फेसबुक पर वायरल हो रहे मैसेज जो कि उनके द्वारा शेयर किया जा रहा है उसमें लिखा है कि 26 अगस्त से नया नियम लागू हो जाएगा और लोगों के डेटा का इस्तेमाल किया जाएगा। बस डाटा यूज़ करने की बात को लेकर लोग परेशान होने लगे और जाने अनजाने में बिना किसी जांच पड़ताल के हर कोई इस मैसेज को फेसबुक के अपने सोशल मीडिया के अकाउंट पर शेयर करने लगा।
आइए जानिए, आखिर क्या लिखा है इस वायरल मैसेज में ?
वायरल हो रहे मैसेज में लिखा है, ‘कल से नया फेसबुक नियम (उर्फ… नया नाम मेटा) शुरू हो रहा है, जहां वे आपकी तस्वीरों का उपयोग कर सकते हैं। मत भूलो कि अंतिम तिथि आज है!!! मैं फेसबुक या फेसबुक से जुड़ी किसी भी इकाई को अपने अतीत और भविष्य के चित्रों, सूचनाओं, संदेशों या प्रकाशनों का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता। इस बयान के साथ, मैं फेसबुक को सूचित करता हूं कि इस प्रोफाइल और या इसकी सामग्री के आधार पर मेरे खिलाफ खुलासा, प्रतिलिपि, वितरण या कोई कार्रवाई करना सख्त वर्जित है निजता का उल्लंघन करने पर कानून द्वारा दंडित किया जा सकता है ये अलग बात है कि फेसबुक ने इस तरह का कोई बयान जारी नहीं किया है।
यदि आप चाहें तो आप इस संस्करण को कॉपी और पेस्ट कर सकते हैं। यदि आप कम से कम एक बार कोई बयान प्रकाशित नहीं करते हैं तो यह चुपचाप आपकी तस्वीरों के उपयोग की अनुमति देंगे, साथ ही आपकी प्रोफाइल और स्थिति अपडेट में मौजूद जानकारी भी।’ पोस्ट में आगे कंटेंट को कॉपी कर उसको शेयर करने का तरीका बताया गया।
क्या है फेसबुक पॉलिसी ?
सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे जब इस मैसेज की पड़ताल की गई तो यह जानकारी सामने निकल कर आई कि पहले भी इस तरह के दावे करने वाले पोस्ट फेसबुक पर काफी वायरल हो चुके हैं। बता दें कि फेसबुक की प्रोफाइल पॉलिसी में कहा गया कि वह किसी भी यूजर की किसी भी जानकारी को किसी और प्लेटफॉर्म के साथ साझा नहीं करते हैं।
साथ ही इसमें यह भी कहा गया कि वह थर्ड पार्टी पार्टनर्स के साथ काम करते हैं, जो मेटा बिजनेस टूल्स का उपयोग करके हमारे उत्पादों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इससे कंपनियों को संचालित करना आसान हो जाता है लेकिन फेसबुक कभी किसी की जानकारी किसी और प्लेटफॉर्म को न तो बेचता है और न ही कभी बेचेगा।
इसके अलावा फेसबुक पॉलिसी में यह भी डिक्लेयर किया गया है कि वह अपने पार्टनर्स पर इस बात के प्रतिबंध लगाते हैं कि वह डेटा का किस तरह उपयोग करते हैं।हालांकि साल 2012 में पहली बार ऐसा मैसेज वायरल हुआ था उस वक्त उस वायरल मैसेज का खंडन खुद फेसबुक ने भी किया था।
इसके बाद 2022 में भी यही पोस्ट वायरल हुआ था। फेसबुक के न्यूजरूम सेक्शन में 27 नवंबर 2012 का बयान है, जिसमें फेसबुक ने इस तरह के वायरल मैसेज को अफवाह बताया है।