Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने अपने ही आदेश को बदलते हुए एक अन्य आदेश को पारित करके अपने पूर्व आदेश पर यू टर्न ले लिया।
उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने अपर जिलाधिकारी के पत्र का हवाला देते हुए जनपद के ब्लॉक स्तर के प्रमुख मंदिरों पर क्रमशः 3 – 3 शिक्षकों की ड्यूटी चैत्र नवरात्रि के उपलक्ष में 28 और 29 मार्च को रामायण पाठ करने के लिए लगाई थी।
बीएसए द्वारा रामायण पाठ में शिक्षकों की ड्यूटी का आदेश सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मीडिया ने इस खबर को प्रमुखता से कवरेज किया। बीएसए द्वारा यह आदेश सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित करते हुए दिया गया था जिसमें लिखा गया था कि सभी ब्लॉक के प्रमुख मंदिरों में अष्टमी और नवमी को, तीन-तीन योग्य शिक्षकों के माध्यम से 28 मार्च व 29 मार्च को अखंड रामायण पाठ कराना सुनिश्चित करें।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा दिए गए आदेश के क्रम में उत्तर प्रदेश के शिक्षकों द्वारा के द्वारा सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज किया गया और इस तरह के अप्रत्याशित आदेशों के चलते रोष प्रकट किया गया।सोशल मीडिया पर बीएसए के आदेश के आदेश की काफी किरकिरी हुई।
शिक्षकों की रामायण पाठ में ड्यूटी लगाने की सूचना जब जनपदीय शिक्षक संघ को लगी तो शिक्षक संगठनों ने अपना विरोध दर्ज करते हुए बीएसए को ज्ञापन दिया। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेश पांडेय ने कहा कि रमण पाठ में ड्यूटी को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से वार्ता हुई जिसमें बीएसए द्वारा लिपिकीय त्रुटि से ऐसा पत्र जारी होने की जानकारी दी गई फिलहाल जिसके बाद बीएसए द्वारा पूर्व के दिए गए आदेश को लिपिकीय त्रुटि बताकर एक नए आदेश के साथ यू-टर्न ले लिया गया।
पूर्व आदेश को दरकिनार करते हुए सोनभद्र BSA ने कहा कि शासन से प्राप्त निर्देश के क्रम में अन्य विभागों की तरह बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक रामायण पाठ में सहयोग प्रदान करेंगे।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीएसए सोनभद्र ने मीडिया को बताया कि फिलहाल शिक्षकों से रामायण पाठ नहीं कराने का निर्णय लिया है।
यूटा जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल ने कड़ा विरोध दर्ज करते हुए कहा कि “शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य लेने की परिपाटी चल रही है। शिक्षकों से बीआरसी पर कंप्यूटर डाटा फीडिंग, विद्यार्थियों की फोटो अपलोड व सत्यापन करने जैसे ना जाने कितने कार्य शिक्षकों को करने पड़ते हैं। छोटी से छोटी गलती होने पर विभागीय कार्यवाही होने का डर अलग से है। ऐसे में मंदिरों में रामायण पाठ करने का आदेश न्यायोचित नहीं है।
सोनभद्र के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने मीडिया को बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा निर्धारित आयोजन में विभागीय आदेश को रद्द कर शिक्षकों को अलग कर दिया गया है लेकिन विभाग का सहयोग इसमें बना रहेगा।
गौरतलब है कि सोनभद्र के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने 25 मार्च 2023 को जिले के अपर जिला अधिकारी के पत्र का हवाला देते हुए समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को कार्यालयी आदेश जारी करते हुए अपने अपने ब्लॉक के प्रमुख मन्दिरों पर दिनांक 28 एवं 29 मार्च 2023 को अष्टमी व नवमी तिथि को 03-03 योग्य शिक्षकों के माध्यम से अखण्ड रामायण का पाठ कराने का आदेश दिया था।