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पोस्ट ऑफिस की कई सेविंग स्कीम्स ऐसी हैं, जो बैंक या अन्य प्राइवेट कंपनियों के मुकाबले काफी अच्छा रिटर्न देती हैं, जहाँ इनकम टैक्स के सेक्शन के 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है साथ ही आप जल्दी ही अपनी अमाउंट डबल कर सकते हैं।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने कई सेविंग स्कीम की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। सरकार ने इस वर्ष की दूसरी तिमाही यानी 1 जुलाई से 30 सितंबर के लिए ब्याज दरों को पहले की तरह ही रखा है मतलब की पुरानी ब्याज दरें ही लागू रहेंगी। इन योजनाओं में पोस्ट ऑफिस की भी कई योजनाएं हैं, जिनमें अब काफी लोग पैसे निवेश कर रहे हैं। दरअसल, पोस्ट ऑफिस की कई ऐसी सेविंग स्कीम्स हैं, जहाँ कम समय में पैसे को डबल किया जा सकता है।
इन सेविंग स्कीम्स में काफी अच्छी दरों पर ब्याज मिलता है, जिस वजह से अब लोग पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं।
आइये ऐसे में जानते हैं पोस्ट ऑफिस की उन स्कीम्स के बारे में जहाँ ग्राहकों को अच्छा रिटर्न मिल रहा है।
किसान विकास पत्र | Kisan Vikas Patra
पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र स्कीम सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम है, जिसे कई मायनों में एफडी से बेहतर ऑप्शन माना जाता है।इसमें निवेश करने पर 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। हर तीन महीने पर इस ब्याज दर को रिवाइज किया जाता है, जो अभी बदला नहीं गया है। इस स्कीम में आप कम से कम 1,000 रुपये का निवेश कर सकते हैं।इसके बाद निवेश की रकम 100 रुपये की मल्टीपल में होनी चाहिए।इसमें निवेश की कोई अधिकतम लिमिट नहीं है। KVP में निवेश की गई रकम 124 महीने यानी 10 साल और 4 महीने में डबल होती है। साथ ही डिपॉजिट पर इनकम टैक्स कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
किसान विकास पत्र में कैसे निवेश करें? | How to invest in Kisan Vikas Patra?
कोई भी बैंक या डाकघर जैसे पंजीकृत प्रदाताओं के साथ किसान विकास पत्र खाता खोल सकता है। निवेशक या जमाकर्ता सीधे बैंक शाखा या डाकघर जा सकते हैं और योजना में नामांकन के लिए फॉर्म A भर सकते हैं। यदि एजेंट के माध्यम से आवेदन किया जा रहा है तो वह उसी फॉर्म को भरेगा।
इसके अलावा, बैंक की वेबसाइट और पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट से भी फॉर्म ऑनलाइन डाउनलोड करने का विकल्प है। व्यक्ति डाउनलोड किए गए फॉर्म का प्रिंट ले सकता है, उसे भर सकता है और उस शाखा में जमा कर सकता है जिस पर वे खाता खोलना चाहते हैं।
इन दस्तावेजों की पड़ेगी ज़रूरत
पासपोर्ट साइज फोटो,पैन कार्ड उस स्थिति में जब निवेश 50,000 रुपये से अधिक हो।,पहचान प्रमाण, आयु प्रमाण और पता प्रमाण (आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, टेलीफोन बिल, वोटर आईडी, वरिष्ठ नागरिक कार्ड, पासपोर्ट)। प्रत्येक प्रमाण के लिए आवश्यक दस्तावेजों में से कोई एक।
10 लाख रुपये से अधिक के निवेश के लिए आय प्रमाण ( ITR, बैंक स्टेटमेंट, या कोई अन्य) अनिवार्य है।
केवीपी के लिए भुगतान मोड
इसका भुगतान नकद,चेक, डिमांड ड्राफ्ट या पे ऑर्डर के ज़रिए होता है।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट | National Savings Certificates.
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में भी इनकम टैक्स के सेक्शन के 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। इस स्कीम की खास बात ये है कि आपकी सेविंग्स बड़ी हो या छोटी, आप इस स्कीम में आसानी से निवेश कर सकते हैं और कुछ सालों में ही बड़ी पूंजी जोड़ सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट योजना की मैच्योरिटी 5 साल की होती है। अगर जरूरत पड़ती है तो आप 1 साल की मैच्योरिटी पीरियड के बाद भी अपनी योजना राशि को निकाल सकते हैं। आप महज 100 रुपए से निवेश शुरू कर सकते है और इस योजना में 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है।
15 लाख निवेश पर मिलेंगे 21 लाख रुपये
राष्ट्रीय बचत पत्र योजना में मोटा निवेश मोटे मुनाफे का सौदा हो सकता है। उदाहरण के लिए अगर आपने NSC में 15 लाख रुपए का निवेश किया है तो 6.8 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से मैच्योरिटी पर आपको करीब 21 लाख रुपए (20.85 लाख रुपये) मिलेंगे। योजना में आप अपनी क्षमता के मुताबिक निवेश कर अधिक पैसा कमा सकते हैं। खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और दो पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होती है।
राष्ट्रीय बचत पत्र की खास बातें | Highlights of National Savings Certificate.
●कम से कम 1000 रुपए का निवेश, अधिकतम की सीमा नहीं।
● सालाना 1.5 लाख रुपए की टैक्स छूट का लाभ ले सकते हैं।
● ब्याज दर 6.8 फीसदी सालाना, हर तिमाही में ब्याज दर तय होती है।
● NSC में कम के कम 5 वर्षों के लिए किया जाता है निवेश।
●कोई भी भारतीय नागरिक पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा सकता है।
●10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के नाम भी खुल सकता है खाता।
सुकन्या समृद्धि योजना | Sukanya Samriddhi Account.
पोस्ट ऑफिस की सबसे पॉपुलर स्कीम में से है, जिसमें काफी अच्छा रिटर्न मिलता है हालांकि, यह स्कीम आपकी बेटी के लिए होती है और आप अपनी बेटी के नाम ही इसकी शुरुआत कर सकते हैं। इस स्कीम पर सबसे ज्यादा 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कम से कम 250 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा 1.50 रुपये का निवेश कर सकते हैं साथ ही इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलेगा। परिवार में अगर दो लड़कियां हैं तो दो खाता खोल सकते हैं।
कैसे खुलवाएं सुकन्या समृद्धि योजना खाता? “| How to open Sukanya Samriddhi Yojana Account?
सुकन्या समृद्धि योजना खाता बच्ची के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा गर्ल चाइल्ड के नाम से उसके 10 साल की उम्र से पहले खोला जा सकता है। इस नियम के मुताबिक एक बच्ची के लिए एक ही खाता खोला जा सकता है और उसमें पैसा जमा किया जा सकता है।एक बच्ची के लिए दो खाता नहीं खोला जा सकता।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एकाउंट किसी गर्ल चाइल्ड के जन्म लेने के बाद 10 साल से पहले की उम्र में कम से कम 250 रुपये के जमा के साथ खोला जा सकता है।चालू वित्त वर्ष में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कराये जा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने के बाद यह गर्ल चाइल्ड के 21 साल के होने या 18 साल की उम्र के बाद उसकी शादी होने तक चलाया जा सकता है।सुकन्या समृद्धि योजना खाते से 18 साल की उम्र के बाद बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए खर्च के मामले में 50 फीसदी तक रकम निकाली जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए जरूरी कागजात
सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने के वक्त बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट पोस्ट ऑफिस या बैंक में देना जरूरी है इसके साथ ही बच्ची और अभिभावक के पहचान और पते का प्रमाण भी देना जरूरी है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड | Public Provident Fund Account.
PPF में निवेश करने पर भी सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट मिलता है। टैक्स छूट के लिए निवेश की लिमिट 1.5 लाख रुपये है। इस स्कीम पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। PPF में बड़े स्तर पर निवेश किया जाता है। PPF अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है।मैच्योरिटी की अवधि पूरा होने के बाद निवेशकों के पास तीन तरह के विकल्प होते हैं।पहला तो यह कि वो अपनी पूरी रकम निकाल लें और अकाउंट बंद कर दें।दूसरा विकल्प यह है कि अगर वे आगे भी इसमें निवेश करना चाहते हैं तो 5-5 साल की अवधि के लिए इस अकाउंट को आगे बढ़ा सकते हैं साथ ही निवेशकों के पास यह भी विकल्प होता है कि 15 साल पूरे होने के बाद भी वे बिना किसी योगदान के भी इस अकाउंट को जारी रख सकते हैं।
PPF की विशेषताएं | Features of PPF.
लॉक-इन अवधि
PPF 15 साल की लॉक-इन अवधि वाला एक लॉन्ग टर्म निवेश है। इसका मतलब यह है कि PPF खाते में जमा की गई राशि को मैच्योरिटी पर ही निकाला जा सकता है, जो कि 15 वर्ष है। ये अवधि पूरी होने पर इसे 5 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। समय से पहले विड्रॉल (पैसा निकालने) की अनुमति है लेकिन केवल इमरजेंसी में आप ऐसा कर सकते हैं।
PPF पर ब्याज
PPF बैलेंस पर ब्याज की कैल्कुलेशन हर महीने की जाती है और यह ब्याज राशि हर फाइनेंशियल वर्ष के अंत में PPF खाते में जमा की जाती है। सरकार द्वारा प्रत्येक तिमाही के लिए ब्याज दरों की घोषणा की जाती है। हर महीने, ब्याज राशि की कैल्कुलेशन हर महीने की 5 तारीख के बाद, महीने के आखिरी दिन तक के सबसे कम PPF बैलेंस पर की जाती है। इसलिए, PPF निवेशकों को प्रत्येक महीने की 5 तारीख से पहले अपने PPF खाते में कॉन्ट्रीब्यूशन करने की सलाह दी जाती है।
न्यूनतम और अधिकतम निवेश
व्यक्तियों को न्यूनतम 500 रुपये सालाना का निवेश करने की आवश्यकता होती है। व PPF खाते में एक फाइनेंशियल वर्ष में अधिकतम निवेश 1.5 लाख रुपये तक किया जा सकता है।
टैक्सेशन
PPF सर्वश्रेष्ठ टैक्स लाभ भी प्रदान करता है क्योंकि यह छूट-छूट-छूट (EEE) श्रेणी के अंतर्गत आता है। जिसका अर्थ है कि मूल राशि, मैच्योरिटी राशि और साथ ही अर्जित ब्याज पर टैक्स नहीं लगेगा।
PPF के बदले लोन
एक PPF खाता धारक अपने PPF बैलेंस के बदले लोन ले सकता है। हालांकि, खाता खोलने की तारीख से केवल तीसरे वर्ष की शुरुआत और छठे वर्ष के अंत के बीच ही यह लोन लिया जा सकता है। अधिकतम लोन राशि PPF बैलेंस के 25% तक लिमिटेड है ( दूसरे वर्ष के अंत में या लोन लागू होने वाले वर्ष में )
योग्यता शर्तें
●केवल एक भारतीय निवासी ही PPF खाता खोल सकता है।
●NRI, PPF खाता खोलने के लिए योग्य नहीं हैं। हालांकि, एक निवासी भारतीय जो खाता खोलने के बाद NRI बन गया है, वह मैच्योरिटी तक खाता जारी रख सकता है।
●माता-पिता / अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के लिए भी PPF अकाउंट खोल सकते हैं।
●जॉइंट अकाउंट और कई अकाउंट खोलने की अनुमति नहीं है।
PPF खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
●PPF खाता खोलने का फॉर्म- फॉर्म A (यह फॉर्म किसी भी बैंक से प्राप्त किया जा सकता है जो PPF खाता खोलने के लिए अधिकृत है)
●KYC दस्तावेज – पहचान को वैरिफाई करने के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी, या ड्राइविंग लाइसेंस
●ऐड्रेस प्रूफ
●पैन कार्ड
●पासपोर्ट साइज़ फोटो
●नॉमिनी फॉर्म- फॉर्म E(यह फॉर्म किसी भी बैंक से प्राप्त किया जा सकता है जो PPF खाता खोलने के लिए अधिकृत है)
PPF ट्रांसफर
PPF अकाउंट को बैंक से पोस्ट ऑफिस या इसके विपरीत ट्रांसफर किया जा सकता है। इसे एक ही बैंक की विभिन्न शाखाओं के बीच भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
बंद PPF अकाउंट को खोलना
अगर PPF अकाउंट में प्रति वर्ष 500 रुपये का न्यूनतम योगदान नहीं किया जाता है तो PPF अकाउंट निष्क्रिय हो जाता है, एसे निष्क्रिय PPF अकाउंट को फिर से खोलने का तरीका निम्नलिखित है
अकाउंट को पुन: एक्टिव करने की की जानी चाहिए जहां अकाउंट आधारित हैप्रत्येक वर्ष के लिए 50 रुपये के जुर्माने का भुगतान करना होगा
PPF अकाउंट को बंद करना
PPF अकाउंट को अकाउंट खोलने से 5 वर्ष से पहले बंद करने की अनुमति नहीं है। इसके बाद इसे केवल विशिष्ट आधारों पर बंद किया जा सकता है जैसे कि खाताधारक, पति या पत्नी, आश्रित बच्चों या माता-पिता को प्रभावित करने वाली खतरनाक बीमारियां। इन आधारों पर क्लेम करने के लिए मेडिकल दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम | Senior Citizens Savings Scheme Account.
यह स्कीम वरिष्ठ नागरिकों के लिए है। वरिष्ठ नागरिक इस योजना में व्यक्तिगत रूप से या संयुक्त रूप से एकमुश्त निवेश कर सकते हैं।सीनियर सिटीजन इस स्कीम के तहत टैक्स ब्रेक के साथ नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं। सीनियर सिटिजन देश के किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में SCSS का अकाउंट खोल सकते हैं। यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है। खाता खोलते समय आप एक किश्त में न्यूनतम 1000 रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।
सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम: ब्याज दर | Senior Citizen Saving Scheme, Interest Rate
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Saving Scheme) वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए ब्याज दर 7.4% है। यह एक फिक्स्ड इनकम स्मॉल सेविंग स्कीम द्वारा ऑफर की जाने वाले उच्चतम ब्याज दरों में से एक है।
एससीएसएस की ब्याज दर की समीक्षा त्रैमासिक रूप से (हर तीन महीनों में) की जाती है और यह समय-समय पर परिवर्तन के अधीन है। ब्याज की कैलकुलेशन भी त्रैमासिक की जाती है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना
योग्यता शर्तें
यदि आप निम्नलिखित समूहों में आते हैं, तो आप SCSS में निवेश करने के लिए योग्य हैं
●60 वर्ष से अधिक आयु के लोग
55-60 वर्ष की आयु वर्ग के रिटायर लोग, जिन्होंने वोलंटरी रिटायर्मेंट स्कीम (VRS) को चुना हो।
●रिटायर रक्षा कर्मी, जिनकी उम्र न्यूनतम 60 वर्ष हो।
●रिटायर्मेंट के लाभ उठाने के एक महीने के भीतर निवेश किया जाना चाहिए।
● NRI वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश करने के लिए योग्य नहीं हैं
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश करने के लाभ | Benefits of Investing in Senior Citizen Savings Scheme
जानिए !वरिष्ठ नागरिकों के लिए SCSS एक पसंदीदा निवेश विकल्प क्यों है
गारंटीड रिटर्न
चूंकि SCSS सरकार समर्थित लघु बचत योजना है, यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे सुरक्षित और विश्वसनीय निवेश विकल्पों में से एक है।
उच्च ब्याज दर: 7.4% प्रति वर्ष की दर से ब्याज देने के कारण एससीएसएस सबसे फायदेमंद निवेश विकल्पों में से है, विशेष रूप से एफडी और बचत खाते जैसे पारंपरिक निवेश विकल्पों की तुलना में।
टैक्स लाभ
आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत, Senior Citizen Saving Scheme में निवेश कर आप 1.5 लाख रु. प्रति वर्ष टैक्स छूट का क्लेम कर सकते हैं।
सरल निवेश प्रक्रिया
SCSS में निवेश की प्रक्रिया काफी सरल है। आप भारत में किसी भी अधिकृत बैंक या किसी भी डाकघर में SCSS अकाउंट खोल सकते हैं।
त्रैमासिक ब्याज भुगतान
एससीएसएस के तहत, ब्याज राशि का भुगतान त्रैमासिक (हर तीन महीनों में) में किया जाता है, जो आपके निवेश में अवधि के भुगतान को सुनिश्चित करता है। ब्याज प्रत्येक अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी के पहले दिन जमा किया जाएगा।
सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम: कितनी राशि जमा कर सकते हैं।
योग्य निवेशक वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में लमसम राशि जमा कर सकते हैं।
न्यूनतम जमा राशि- ₹ 1,000
अधिकतम जमा राशि- ₹ 15 लाख या रिटायर्मेंट पर प्राप्त राशि, जो भी कम हो
जबकि एससीएसएस खातों में जमा नकद में किया जा सकता है, लेकिन केवल 1 लाख रु. से कम की राशि नकदी में जमा करने अनुमति है। इससे अधिक राशि जमा करने के लिए चेक / डिमांड ड्राफ्ट का उपयोग करना अनिवार्य है।
अन्य स्कीमें
इनके अलावा मंथली इनकम स्कीम (National Savings Monthly Income Account), टाइम डिपॉजिट (National Savings Time Deposit Account), रिकरिंग डिपॉजिट (National Savings Recurring Deposit Account), पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट (Post Office Savings Account) जैसी स्कीम्स हैं। इनमें भी 4 फीसदी से लेकर 6.7 फीसदी तक ब्याज मिलता है और उनकी अलग अलग शर्ते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कर रखा है निवेश
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी डाकघर की इस योजना में निवेश कर रखा है। दरअसल इस बात का पता तब चला जब पीएम मोदी समेत केंद्रीय मंत्री परिषद ने पिछले साल अपनी संपत्ति की घोषणा की थी। इस घोषणा के मुताबिक, 30 जून 2020 तक पीएम मोदी की संपत्ति बढ़कर 2.85 करोड़ रुपये हो गई थी।
साल 2019 के मुकाबले पीएम मोदी की संपत्ति में 36 लाख रुपये की बढ़त हुई. पीएम मोदी ने जिन येाजनाओं में अपना पैसा जमा कर रखा है, उनमें से एक नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट यानी NSC भी है. तब की जानकारी के मुताबिक, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में पीएम मोदी के 8,43,124 रुपये निवेश किए हैं।