निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने प्रदेश के समस्त जनपदों के प्राचार्य, उपशिक्षा निदेशक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर इस बावत अवगत कराया गया है कि दीक्षा पोर्टल पर होने वाले ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों को समय सीमा का विशेष ध्यान रखकर अपनी योजना के अनुसार समय से प्रशिक्षण पूर्ण करना है जिससे उनके सीखने की क्षमता एवं गति प्रभावित न हो सके।
शिक्षकों को NCERT द्वारा प्रेषित गाइडलाइन में दीक्षा पोर्टल पर आयोजित होने वाले निष्ठा प्रशिक्षण के लिए निर्देश दिए गए हैं जिसमें सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए दीक्षा पोर्टल पर पहले रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा। यह प्रशिक्षण डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से संचालित होगा अतः जिला स्तर पर विकास खंडों में प्रशिक्षण से शेष बचे शिक्षकों को एवं प्रशिक्षित शिक्षकों को भी यह प्रशिक्षण लेने की अनिवार्यता रहेगी।
दीक्षा पोर्टल पर प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक 15 दिनों के लिए 3 मॉड्यूल उपलब्ध होंगे जिसके 15 दिनों के बाद और 3 नए मॉड्यूल प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध रहेंगे। निश्चित समय सीमा के बाद कोई शिक्षक प्रशिक्षण नहीं कर पायेगा।एक मॉड्यूल को पूरा करने के लिए तकरीबन 3 से 4 घण्टे का समय लगेगा।
शिक्षकों द्वारा किये जाने वाले प्रशिक्षण का डिजिटल प्रमाण पत्र मिलेगा और 15 जनवरी तक सभी 18 प्रशिक्षण करने के बाद शिक्षकों को विशेष प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
शासन की मंशानुरूप गरीब, वंचित, शोषित अभिभावकों के बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए शिक्षकों को दीक्षा पोर्टल पर 16 अक्तूबर से जिन विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाना प्रस्तावित हैं प्रत्येक माह में उनके विषय निश्चित किये हैं।
माह अक्टूबर में शिक्षकों के होने वाले ऑनलाइन प्रशिक्षण की शुरुवात पाठचर्या एवं समावेशी शिक्षा, स्वस्थ विद्यालय पर्यावरण बनाने के लिए व्यक्तिगत – सामाजिक योग्यता का विकास एवं विद्यालय में स्वास्थ्य एवं कल्याण से होगी।
माह नवंबर में पहले 15 दिन में होने वाले प्रशिक्षण का विषय शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में जेण्डर आयामों का समाकलन,शिक्षण अधिगम और आकलन आई.सी.टी. ( सूचना एवं संचार प्रौधोगिकी ) का समाकलन व कला समेकित शिक्षा होगा वहीं माह के आखिरी 15 दिनों में विद्यालय आधारित आकलन, पर्यावरण अध्ययन का शिक्षणशास्त्र ( प्राथमिक स्तर ) व गणित शिक्षणशास्त्र का रहेगा।
ठीक इसी तरह माह नवंबर के पहले 15 दिनों में सामाजिक विज्ञान का शिक्षणशास्त्र ( उच्च प्राथमिक स्तर ), भाषा शिक्षणशास्त्र ,विज्ञान शिक्षणशास्त्र ( उच्च प्राथमिक स्तर ) आदि का प्रशिक्षण होगा वही आखिरी 15 दिनों में विद्यालय नेतृत्व – अवधारणा एवं अनुप्रयोग, विद्यालय शिक्षा में नई पहले व पूर्व प्राथमिक शिक्षा पर शिक्षक प्रशिक्षण लेंगे।
जनवरी माह में पूर्व व्यवसायिक शिक्षा, कोविड -19 परिदृश्य – विद्यालयी चुनौतियों को एड्रेस करना व बाल अधिकार, बाल लैंगिक उत्पीड़न को समझना एवं पॉक्सो एक्ट, 2012 विषय विशेष पर प्रशिक्षण होगा।