मशहूर कार्टूनिस्ट और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित नारायण देबनाथ का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार को सुबह कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया। वो 96 साल के थे।
कार्टूनिस्ट और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित नारायण देबनाथ का लंबी बीमारी के बाद 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित देबनाथ ने कोलकाता के बेलेव्यू अस्पताल में सुबह 10.15 बजे अंतिम सांस ली।
कार्टूनिस्ट और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित नारायण देबनाथ का लंबी बीमारी के बाद 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 18, 2022
प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट को पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है, सुखद यह रहा कि बीमारियों से मुकाबला करते हुए कार्टूनिस्ट ने इस पुरुस्कार को खुद ग्रहण किया था। राज्य के सहकारिता मंत्री अरूप रॉय और गृह सचिव बी पी गोपालिका ने उन्हें अस्पताल में ही पदक और प्रमाणपत्र सौंपा था। देबनाथ को जनवरी 2021 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
पीएम मोदी ने जताई शोक संवेदना
Shri Narayan Debnath Ji brightened several lives through his works, cartoons and illustrations. His works reflected his intellectual prowess. The characters he created will remain eternally popular. Pained by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 18, 2022
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शोक जताते हुए कहा, बेहद दुख की बात है कि मशहूर साहित्यकार, चित्रकार, कार्टूनिस्ट और बच्चों की दुनिया के लिए कुछ अमर चरित्रों के निर्माता नारायण देबनाथ नहीं रहे। उन्होंने बंटुल द ग्रेट, हांडा-भोंडा, नॉनटे-फोंटे, ऐसे कार्टून बनाए थे जो दशकों से हमारे दिलों में दर्ज है। बनर्जी ने आगे लिखा कि हमें उन्हें साल 2013 में बंगाल के सर्वोच्च पुरस्कार बंग भूषण से सम्मानित करते हुए गर्व हो रहा था।
Extremely sad that the noted litterateur, illustrator, cartoonist, and creator of some immortal characters for children's world, Narayan Debnath is no more. He had created Bantul the Great, Handa- Bhonda, Nonte- Fonte, figures that have been etched in our hearts for decades.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 18, 2022
देबनाथ का पिछले 25 दिनों से शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि सुबह उनकी हालत बिगड़ने लगी और सुबह करीब 10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
देबनाथ भारत के एक मात्र हास्य कलाकार हैं, जिन्होंने डी.लिट की डिग्री हासिल की है उन्होने अपना ज्यादातर जीवन हावड़ा जिले के शिबपुर में बिताया था। यही उनका जन्म स्थान भी है। उनका परिवार बिक्रमपुर से था, जो अब बांग्लादेश में है। लेकिन देबानाथ के जन्म से पहले उनके परिवार के लोग शिबपुर आ गए थे।