उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों ने एक बार फिर कल 13 अगस्त रविवार को स्कूल खोले जाने पर आक्रोश जताया है दूसरी और शिक्षक संघ ने स्कूल शिक्षा महानिदेशक को पत्र भेज कर अवकाश के दिन स्कूल खोलने को लेकर विरोध दर्ज किया।
टीचर्स का कहना है कि शासन द्वारा स्कूल अवकाश के दिन स्कूल खुलवा कर विभिन्न समारोह आयोजित करवाने का चलन लगातार बढ़ता जा रहा है। मोहर्रम के अवकाश में स्कूल खोलने के आदेश के बाद कल 13 अगस्त दिन रविवार को भी स्कूल खुलवाए जा रहे है जो सरासर गलत है।
शिक्षकों का कहना है कि एक ओर शासन द्वारा एक आदेश की पूर्ति नहीं हो पाती तब तक अगला आदेश हो जाता है इस चलन में अब शासन द्वारा टीचर्स के लिए रविवार का अवकाश भी नहीं दिया जा रहा है यह निंदनीय है।
उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों ने 13 अगस्त रविवार के दिन मेरा माटी मेरा देश अभियान के तहत महानिदेशक विजय कारण आनंद के द्वारा निर्गत आदेश के क्रम में स्कूल खोले जाने पर रोष व्यक्त किया है। शिक्षकों का कहना है कि नियमावली के तहत रविवार का अवकाश भी शासन द्वारा अब नहीं दिया जा रहा।
पिछले मोहर्रम के अवकाश में भी शिक्षकों की छुट्टी को रद्द करते हुए शासन द्वारा स्कूल खोलने के आदेश दिए गए थे शिक्षकों ने बताया कि अवकाश होते हुए भी उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों को खोला गया और अब 13 अगस्त को रविवार के दिन भी एक नया आदेश के तहत स्कूल खोलने और बच्चों के लिए विशेष भोजन बनवाने का आदेश शासन के द्वारा दे दिया गया जो कि निराधार आधार और गलत है। यह समूचे शिक्षक जगत का शोषण है।
अवकाश के दिन स्कूल किसी तक किसी समारोह को मनाने की वजह से खोलने का चलन लगातार बढ़ता जा रहा है जो श्रम कानूनों की अवहेलना है। लगातार छह कार्यदिवस के बाद अब टीचर्स के लिए रविवार की छुट्टी के दिन में स्कूल खोलने के गाहे-बगाहे आदेश दे दिए जाते हैं। चाहे वह कोई प्रतियोगी परीक्षा हो, पल्स पोलियो दिवस हो या फिर BLO की ड्यूटी।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने परिषदीय विद्यालयों के पूर्व से घोषित अवकाश व अन्य साप्ताहिक अवकाश के दिवसों में भी परिषदीय विद्यालयों का संचालन किए जाने के निर्देश के संबंध में स्कूल शिक्षा महानिदेशक को पत्र भेजकर अवगत कराया है।
संघ द्वारा भेजे हुए पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन संचालित परिषदीय विद्यालयों के पूर्व से घोषित अवकाश के दिवसों व साप्ताहिक अवकाश दिवसों भी प्रायः अवकाश रदद करते हुए विद्यालयों का संचालन कराया जा रहा है जो कि अव्यवहारिक पक्ष है।
अवकाश के दिन स्कूल खोलने के निर्देश के बाद शिक्षक, शिक्षिकाओं को स्वंय के जीवन की क्रिया कलाप के अस्त-व्यस्त होने, माता पिता की देखभाल व पारिवारिक आवश्यक कार्यों में बाधा पहुंचने और आर्थिक परेशानी व मानसिक परेशानियों की परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है जिससे शिक्षक, शिक्षिकाओं पर व शिक्षण कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है जबकि प्रदेश के शिक्षक, शिक्षिकाएं सरकार व विभाग के साथ कदम से कदम मिलाकर शिक्षा, शिक्षण एंव प्रदेश व देश के विकास के लोक हित में स्वयं आगे बढ़कर अपनी सहभागिता कर रहें है।
महानिदेशक को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि आप संज्ञानित हो कि पूर्व से घोषित दिवस अवकाश को रदद कर परिषदीय विद्यालयों का संचालन किया जाना उचित प्रतीत नही होता है परन्तु यदि किसी विशेष परिस्थिति में प्रदेश के विकास हित व शिक्षा, शिक्षण कार्य के हित में यदि अत्यन्त आवश्यक कार्य संचालित किया जाना अति आवश्यक है तबकि स्थिति में ही परिषदीय विद्यालयों के पूर्व से घोषित अवकाश दिवस में अवकाश को रदद कर पूर्व से घोषित अवकाश के दिवस में विद्यालय संचालित कराया जाना शिक्षा, शिक्षक व प्रदेश के विकास गति के लोकहित में उचित प्रतीत होता है।
संघ ने कहा कि फिर ऐसी नितांत और आवश्यक स्थिति में शिक्षक, शिक्षिकाओं को उक्त अवकाश दिवस के प्रति विशेष प्रतिकर अवकाश दिया जाना उचित होगा।
उत्तर प्रदेश प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय कारण आनंद से अनुरोध किया कि व्यवहारिक पक्ष को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों के पूर्व से घोषित अवकाश को रदद करके उक्त अवकाश या रविवार दिवस में परिषदीय विद्यालयों का संचालन न कराया जाए।