73वें गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टोपी चौंकाने वाली रही।इससे पहले पीएम मोदी रंगीन साफा पहनते थे। इस बार पीएम मोदी ने जो टोपी पहनी उसे लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई।
इसके अलावा
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पीएम मोदी द्वारा पहनी गयी मसूरी के सोहम हिमालयी केंद्र में बनी यह टोपी शहर में दिन भर चर्चा का विषय बनी रही जहाँ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा ने इसे राज्य की संस्कृति और परंपरा का सम्मान बताया वहीं कांग्रेस ने इसे ‘चुनावी नौटंकी’ करार दिया।
हम प्रधानमंत्री के आभारी है। आज उत्तराखंड की धरती की टोपी पहनकर वे राजपथ पहुंचे, ये हम सभी उत्तराखंड वासियों के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/SPa0xj1D25
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 26, 2022
कई लोगों ने इस बात की पुष्टि की कि पीएम की टोपी का संबंध उत्तराखंड से है। इसे लोग ब्रह्मकमल टोपी भी कहते हैं। ब्रह्मकमल उत्तराखंड का राजकीय फूल है। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव भी हैं।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी वही टोपी पहनी थी। अजय भट्ट उत्तराखंड के नैनीताल से लोकसभा सांसद हैं। पीएम मोदी इस गणतंत्र दिवस में सफ़ेद कुर्ता, जैकेट, उत्तराखंडी टोपी और मणिपुरी स्टोल में दिखे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी को अपने प्रदेश की विरासत को अपनाने के लिए शुक्रिया कहा। धामी ने ट्वीट कर कहा, ”आज 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ब्रह्मकमल से सुसज्जित देवभूमि उत्तराखंड की टोपी धारण कर हमारे राज्य की संस्कृति एवं परम्परा को गौरवान्वित किया है। मैं उत्तराखंड की सवा करोड़ जनता की ओर से माननीय प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार प्रकट करता हूँ।”
आज 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने ब्रह्मकमल से सुसज्जित देवभूमि उत्तराखण्ड की टोपी धारण कर हमारे राज्य की संस्कृति एवं परम्परा को गौरवान्वित किया है। #RepublicDay pic.twitter.com/9JDnZMHG7B
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) January 26, 2022
प्रदेश भाजपा ने अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर लिखा है कि उत्तराखंड की आन-बान-शान की प्रतीक पहाड़ी टोपी पहन कर प्रधानमंत्री ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को कृतज्ञ राष्ट्र की तरफ से राष्ट्रीय समर स्मारक पर श्रद्धांजलि दी।
वहीं दूसरी ओर मणिपुर के मंत्री विश्वजीत सिंह ने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा, ”आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 73वें गणतंत्र दिवस के मौक़े पर मणिपुरी स्टोल ‘लीरम फी’ लेकर हम सबका गौरव बढ़ाया है। यह राज्य की पंरपरा के प्रति पीएम मोदी का आदर भाव है।”
मसूरी से विधायक गणेश जोशी ने कहा कि यही कारण है कि प्रधानमंत्री उत्तराखंड के लोगों के ह्रदय में वास करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह दिखाता है कि ‘वोकल फॉर लोकल’ प्रधानमंत्री के लिए केवल एक नारा नहीं है बल्कि एक प्रतिबद्धता है।’’
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने हालांकि, इसे महज एक ‘चुनावी नौटंकी’ बताया और कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव में लाभ उठाने के लिए हमेशा ही ऐसा करते हैं।
प्रदेश पार्टी उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनावों में लाभ लेने के लिए उन्होंने अपनी दाढी बढ़ा ली थी लेकिन चुनावों के बाद वह गायब हो गयी हालांकि, राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि इस प्रकार की भावनात्मक बातें मतदाताओं पर प्रभाव डालती हैं लेकिन समस्या यह है कि लगभग सभी पार्टियां ऐसा करती हैं।
टोपी में क्या है ख़ास
इस टोपी में एक तो ब्रह्मकमल लगा हुआ है, जो उत्तराखंड का राज्य फूल है। इसके अलावा इसमें चार रंग की एक पट्टी बनी हुई है। जो जीव, प्रकृति, धरती, आसमान के सामंजस्य का संदेश देती है। वैसे तो इस टोपी में भूटिया रिवर्स का कपड़ा इस्तेमाल किया जाता है लेकिन अगर नहीं मिलता है तो वूलन के लिए ट्वीड का कपड़ा इस्तेमाल होता है और गर्मी के लिए खादी का कपड़ा इस्तेमाल होता है।