CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारे मिशन का अगला कदम हर भारतीय भाषा में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों की अनुवादित प्रतियां उपलब्ध कराना है। जब तक हम अपने नागरिकों तक उस भाषा में नहीं पहुंचते जिसे वे समझ सकते हैं, हम जो काम कर रहे हैं वह 99% लोगों तक नहीं पहुंच रहा है
भारत में कई भाषाएं हैं जो हमारी सांस्कृतिक जीवंतता को जोड़ती हैं। केंद्र सरकार भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रयास कर रही है, जिसमें इंजीनियरिंग और चिकित्सा जैसे विषयों को अपनी मातृ भाषा में पढ़ने का विकल्प शामिल है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/IZ5IWPmWve
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2023
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में कई भाषाएं हैं जो हमारी सांस्कृतिक जीवंतता को जोड़ती हैं। केंद्र सरकार भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रयास कर रही है, जिसमें इंजीनियरिंग और चिकित्सा जैसे विषयों को अपनी मातृ भाषा में पढ़ने का विकल्प शामिल है।
हाल ही में एक समारोह में, माननीय सीजेआई जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने क्षेत्रीय भाषाओं में एससी निर्णयों को उपलब्ध कराने की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर बात की। उन्होंने इसके लिए तकनीक के इस्तेमाल का सुझाव भी दिया। यह एक प्रशंसनीय सोच है, जिससे कई लोगों, विशेषकर युवाओं को मदद मिलेगी।
India has several languages, which add to our cultural vibrancy. The Central Government is undertaking numerous efforts to encourage Indian languages including giving the option of studying subjects like engineering and medicine in one’s Matru Bhasha.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 22, 2023