सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन पर सरकार ने दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।लता मंगेशकर के निधन पर देशभर में शोक की लहर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि देश ने अपनी आवाज खो दी। लता मंगेशकर देश के लिए धरोहर से कम नहीं थीं उन्हें वर्ष 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया था। लता मंगेशकर की चर्चा होते ही हमारा मन श्रद्धा, प्रेम और सम्मान से भर जाता है न केवल देश में, बल्कि दुनियाभर में उनके करोड़ों चाहनेवाले हैं।
स्वर कोकिला लता जी के निधन के बाद कला, साहित्य, सिनेमा, खेल… हर क्षेत्र के लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।देश में 2 दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
भारत रत्न’ से सम्मानित जानी मानी गायिका लता मंगेशकर का मुंबई में रविवार को निधन होने के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। सुर सम्राज्ञी के निधन पर यूपी में भी उत्तर प्रदेश सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। राजकीय समारोह नहीं होंगे।
भारत रत्न’ से सम्मानित जानी मानी गायिका लता मंगेशकर का मुंबई में रविवार को निधन होने के बाद पूरू देश में शोक की लहर है। सुर सम्राज्ञी के निधन पर देश में 2 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने भी लता मंगेशकर के निधन पर दो दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है।
इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। फिल्म जगत, संगीत, राजनीति से जुड़े लोग समेत तमाम संगीत प्रेमी उनके निधन पर सदमे में हैं। लता मंगेशकर के निधन पर देश के कई अन्य राज्यों ने भी दो दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है।
पूरे देश में उनके निधन के बाद शोक छा गया और सरकार की ओर से भी दो दिनों का राजकीश शोक घोषित कर दिया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी महान गायिका लता मंगेशकर के सम्मान में दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है। स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर उत्तर प्रदेश में दो दिनों का राजकीय शोक रहेगाम इस दौरान कोई राजकीय समारोह नहीं होगा। राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
पीएम मोदी ने क्या कहालता मंगेशकर के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित बॉलीवुड के तमाम हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने अपनी श्रद्धांजलि में लिखा- ‘दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं।
वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई हैं जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद करेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी।’
कौन कर सकता है इसकी घोषणा?
राष्ट्रीय या राजकीय शोक की घोषणा पहले केवल केंद्र से होती थी। केंद्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति ही कर सकते थे लेकिन बदले नियमों के अनुसार राज्यों को भी यह अधिकार दिया जा चुका है। अब राज्य खुद तय कर सकते हैं कि किसे राजकीय सम्मान देना है। केंद्र और राज्य सरकारें अलग-अलग राजकीय शोक घोषित करते हैं। जैसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर हुआ था। केंद्र और राज्य सरकारों ने अलग-अलग घोषणाएं की थीं।
राष्ट्रीय शोक के दौरान क्या सार्वजनिक अवकाश होता है?
केंद्र सरकार के 1997 में जारी नोटिफिकेशन के अनुसार राजकीय शवयात्रा के दौरान कोई सार्वजनिक छुट्टी अनिवार्य नहीं है। इसका प्रावधान खत्म कर दिया गया है। हाँ, लेकिन राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए किसी व्यक्ति का निधन हो जाए, तो छुट्टी होती है हालांकि सरकारों के पास किसी गणमान्य व्यक्ति के निधन के बाद सार्वजनिक अवकाश की घोषणा का अधिकार है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी के निधन पर कई राज्यों में एक दिन का सार्वजनिक अवकाश और 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया था।