उत्तर प्रदेश के बदायूं में कार्यरत शिक्षक उमेश कुमार ने साथी शिक्षकों से अपील करने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में बने टीचर्स के संगठनों से अपील करते हुए पुरानी पेंशन की मांग को एक बैनर के तहत उठाने का मुद्दा बनाया है।
उमेश कुमार ने कहा कि हम सब संगठित रहें ,सांगठनिक ढांचा एक ना होने के कारण लगातार उत्तर प्रदेश के शिक्षकों की सामूहिक समस्या जस की तस बनी हुई है।यूपी स्तर पर शिक्षको द्वारा किए जा रहे किसी भी आंदोलन से हमारे किसी भी कार्य में एकरूपता नजर नहीं आती जिसका लाभ पूर्ववर्ती सरकारों से वर्तमान सरकार भी ले रही है।
मैं आप सब साथियों के माध्यम से और समस्त संगठनों के माध्यम से यह कहना चाहूंगा कि हम सब संगठित रूप से इन धरना प्रदर्शन के कार्यों को अमलीजामा पहनाएं तो हमें वास्तविक सफलता से कोई भी नहीं रोक सकता और हमारा मुख्य उद्देश्य पुरानी पेंशन की बहाली भी सफल होगा।
जब सभी राजनीतिक दल स्वहित लाभ के लिए एक गठबंधन बना सकते हैं तो हम लोग( शिक्षक-कर्मचारी )जनहित के विषय पर भी एक होकर कार्य क्यों नहीं कर सकते ? यह तथ्य विचारणीय है अतः सभी पदाधिकारी से मेरा विनम्र आग्रह है कि पद की लालसा त्याग कर OPS के लिए एक मंच पर आए।
“संगठन कोई व्यक्ति विशेष नहीं होता ,हम सभी संगठन हैं” ‘क्योंकि लोकतंत्र में सिर्फ सिर गिने जाते हैं ‘इसलिए हमारा प्रत्येक साथी संगठन है और यह सांगठनिक ढांचा हम सभी साथियों को मजबूती प्रदान करता है इसलिए सभी संगठनों से आशा करता हूं कि वह पद की लालसा त्याग कर हमारी वास्तविक लड़ाई OPS के लिए एकजुट हो।
यह लेखक के निजी विचार है।