देश में कोरोना केस और कई राज्यों में लॉकडाउन का असर रोजगार पर तो पड़ा ही साथ ही भारत के साथ ही कई राज्यों में बेरोजगारी दर उच्च स्तर पर चली गयी। कुछ समय पहले सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमी ने आंकड़े जारी कर बताया था कि मई के महीने में भारत की बेरोजगारी दर 11.6 फीसदी है।
CMIE के आंकड़े बताते हैं कि ग्रामीण भारत के बजाय शहरी क्षेत्रों में ज्यादा बेरोजगारी पनपी है।मई में जहाँ शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर 13.9 फीसदी है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में यह 10.6 फीसदी है। जहाँ तक राज्यों की बात है तो एक समय में औद्योगिक हब कहा जाने वाला हरियाणा CMIE की रिपोर्ट के अनुसार सभी राज्यों में बेरोज़गारी के मामले में सबसे आगे है। यहाँ के 35.1 फीसदी लोग आज बेरोज़गारी की मार झेल रहे हैं। खास बात है कि सिर्फ एक महीने में यह आंकड़ा चार गुना तक बढ़ गया है। जबकि अप्रैल के महीने में बेरोजगारी प्रतिशत महज 8 फीसदी था।
वहीं दूसरे राज्यों की बात करें तो बेरोजगारी दर बढ़ने के मामले में…
● दूसरे नंबर पर राजस्थान है। मई के महीने में यहां 28 फीसदी लोग बेरोजगार हो गए हैं।
● तीसरे नंबर पर देश की राजधानी दिल्ली है। सीएमआईई के अनुसार दिल्ली में बेरोजगारी दर 27.3 फीसदी पर पहुंच गई है।
●चौथे नंबर पर 25.7 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ पर्यटन के लिए मशहूर गोवा है।
● इनके बाद त्रिपुरा, झारखंड और बिहार में बेरोजगारी दर 10 फीसदी से ऊपर बनी हुई है।
●जहाँ तक उत्तर प्रदेश की बात है तो यहाँ 6.3 फीसदी बेरोजगारी दर देखी गई है।
इन आंकड़ों पर विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की वजह से काफी चीजों पर असर पड़ा है लेकिन इन सबके बीच हरियाणा का इस श्रेणी में टॉप पर आना चौंकाने वाला है।
आंकड़ो पर गौर करें तो अगस्त में रोजगार दर में तो गिरावट सामने आई है लेकिन इसी महीने कर्मचारियों की भागीदारी दर में मामूली वृद्धि देखने को मिली है।रिपोर्ट से पता चलता है कि जुलाई में जहाँ लगभग 30 मिलियन लोग काम की तलाश में थे तो वहीं अगस्त में 36 मिलियन लोग सक्रिय रूप से काम खोजते नजर आए।
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अगस्त महीने में 15 लाख लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है।