आज हम आपको ऐसी शख्सियत की कहानी बताना जा रहे हैं जिसने अपने आधे अधूरे शरीर को पाकर भी अपने सपनों को पूरा किया। शारीरिक अपंगता यह कह लीजिए शारीरिक अपूर्णता उसके साहस को भी लेस मात्र डिगा न पाई।
देश दुनिया में ऐसे बहुत से व्यक्ति होंगे जिनके पास परिवार के साथ उनका पूरा शरीर भी है बावजूद वह अपनी असफलताओं के लिए दूसरों को ही दोष देते होंगे मगर एक कहानी एक ऐसी लड़की की जिसकी कामयाबी और प्रसिद्धि के आगे उसकी शारीरिक अपूर्णता भी उसके आड़े नहीं आई।
जी हां हम बात कर रहे हैं चीन की निवासी 18 वर्षीय लड़की लड़की कियान होंग्यान ( Qian Hongyan ) की। जो केवल देखने में तो औसतन युवती की तरह लगती है मगर सामान्य है नहीं। कियान होंग्यान कि अपनी एक प्रेरणादायक स्टोरी है।
बता दें कि दक्षिण-पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के ग्रामीण लुलियांग काउंटी में पली-बढ़ी कियान ने सिर्फ चार साल की उम्र में सन 2000 में घटी एक कार दुर्घटना में अपने दोनों पैर खो दिए लेकिन कियान ने इसके बाद भी जीवन से हार नही मानी और एक बास्केटबाल के द्वारा चलना आरंभ किया।
कियान ने 10 साल की उम्र में खुद को बैलेंस करने के लिए आधे कटे हुए बास्केटबॉल का उपयोग करके अपने हाथों से चलना सीखा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उसे स्थानीय लोगों द्वारा “बास्केटबॉल गर्ल” कहा जाने लगा।
कियान ने अपने जीवन से हार ना मानते हुए तैराकी सीखी और तैराकी जैसी कई प्रतियोगिता में भाग लेना शुरू किया। इसका परिणाम यह हुआ कि कियान सन 2009 मे चीन की पैरालम्पिक तैराकी प्रतियोगिता मे राष्ट्रीय चैम्पियन बनी। इस पदक को जीतने के बाद कियान ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पलकों को जीता।
कियान ने 2005 में चीन पुनर्वास केंद्र में मुफ्त कृत्रिम अंग प्राप्त करने के लिए बीजिंग की यात्रा की और बड़े होने के बाद कृत्रिम अंगों उपकरणों का उपयोग करते हुए चला सीखा ।