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नोबेल पुरस्कार 2021 का एलान शुरू हो चुका है। बीते कुछ दिनों से प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जा रही है। इस साल के लिए अब तक चिकित्सा, रसायन शास्त्र, साहित्य, भौतिकी व शांति के नोबेल पुरस्कार सहित अधिकतर पुरस्कारों की घोषणा की जा चुकी है।आज शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी।
नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की शुरुआत 4 अक्तूबर को ‘मेडिकल के लिए नोबेल पुरस्कार’ के साथ शुरू हो गयी, 5 अक्तूबर को भौतिकी , 6 अक्तूबर को केमिस्ट्री ( रसायन) और 7 अक्टूबर को साहित्य के नोबेल की घोषणा हुई। शांति के नोबेल के लिए आज 8 अक्तूबर को हो गयी । 11 अक्टूबर को अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जायेगी। नोबेल पुरस्कार हर साल 10 दिसंबर को दिए जाते हैं।
हाइलाइट्स:
●सोमवार को चिकित्सा के नोबेल 2021 के लिए दो साझा विजेताओं- डेविड जूलियस और आर्डेन पैटामूटियम के नाम घोषित किए गए।
● रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने भौतिक विज्ञान के लिए वर्ष 2021 मंगलवार का नोबेल पुरस्कार स्यूकूरो मनाबे, क्लॉस हैसलमैन और जॉर्जियो पारिसी को देने का एलान किया है।
◆रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार 2021 का एलान बुधवार को कर दिया गया। इस बार यह पुरस्कार मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट के जर्मन वैज्ञानिक बेंजामिन लिस्ट और स्कॉटलैंड में जन्मे प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के डेविड डब्ल्यूसी मैकमिलन को दिया गया है।
● वर्ष 2021 गुरुवार को साहित्य का नोबेल पुरस्कार तंजानिया के उपन्यासकार अब्दुलरजाक गुरनाह को देने का एलान किया गया है।
●शांति का नोबेल पुरस्कार आज शुक्रवार को ओस्लो मेंनॉर्वेजियन नोबेल समिति द्वारा घोषित किया गया।
चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार 2021
इस साल नोबेल पुरस्कारों की कड़ी में सोमवार को चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल विजेताओं का एलान किया गया था। अमेरिकी विज्ञानियों डेविड जूलियस और एर्डम पटापौटियन को इस बार चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। इन दोनों ने त्वचा के रहस्यों को खोला है उन्होंने ऐसे सेंसर्स की पहचान की है जिनसे त्वचा ताप और दाब को अनुभव करती है। दुनियाभर के वैज्ञानिक समुदाय का मानना है कि दर्द महसूस कराने वाले रिसेप्टर्स की पहचान के बाद इन्हें कई तरह की बीमारियों और सदमे के दौरान मिलने वाले दर्द को रोका जा सकता है।
नोबेल पुरस्कार के दोनों ही विजेता अमेरिकी हैं। डेविड जूलियन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में प्रोफेसर हैं। उधर पैटापूटियन अर्मेनियाई मूल के अमेरिकी नागरिक हैं और ला जोला के स्क्रिप्स इंस्टीट्यूट में वैज्ञानिक हैं।
2020 के लिए यह पुरस्कार हार्वे जे ऑल्टर, माइकल हॉफटन और चार्ल्स एम राइस को संयुक्त रूप से दिया गया था।
भौतिकी का नोबेल पुरस्कार 2021
भौतिकी में कई अनसुलझी मानी गई गुत्थियों के पूर्वानुमान की राह खोलने वाले तीन विज्ञानियों को इस साल भौतिकी का नोबेल दिया गया है। इनमें जापान के स्युकुरो मनाबे, जर्मनी के क्लास हेसलमैन और इटली के जियोर्जियो पैरिसी शामिल हैं। जूरी ने नामों का एलान करते हुए बताया कि स्यूकूरो मनाबे ने प्रदर्शित किया कि कैसे वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड के बढ़े हुए स्तर से पृथ्वी की सतह पर तापमान में वृद्धि होती है। उनके काम ने वर्तमान जलवायु मॉडल के विकास की नींव रखी।
मनाबे और हैसलमैन को पृथ्वी की जलवायु की भौतिक मॉडलिंग, ग्लोबल वॉर्मिंग के पूर्वानुमान की परिवर्तनशीलता और प्रामाणिकता के मापन क्षेत्र में उनके कार्यों के लिए चुना गया।
Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2021 #NobelPrize in Physics to Syukuro Manabe, Klaus Hasselmann, and Giorgio Parisi “for groundbreaking contributions to our understanding of complex physical systems": The Nobel Prize
— ANI (@ANI) October 5, 2021
मनाबे और हेसलमैन की खोज ने ही सटीक मौसम पूर्वानुमान की राह खोली थी। जर्मनी के जलवायु विज्ञानी स्टीफन रैमस्टोर्फ ने कहा, ‘भौतिकी के आधार पर तैयार किए गए क्लाइमेट माडल से यह जानना संभव हुआ कि धरती का तापमान कितनी तेजी से बढ़ रहा है। समुद्र के बढ़ते स्तर से लेकर कई अन्य प्रभावों का दशकों पहले अनुमान लगाना संभव हुआ है। हेसलमैन और मनाबे इस दिशा में खोज करने वाले अगुआ रहे हैं। आज हम सब इस बात के गवाह हैं कि उनके पूर्वानुमान कितने सही थे।’
दो हिस्सों में बंटेगा भौतिकी का नोबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार के तहत एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 8.5 करोड़ रुपये) की राशि दी जाती है। भौतिकी में नोबेल के इन तीन विजेताओं के बीच दो हिस्से में इसे बांटा जाएगा। आधा हिस्सा मनाबे व हेसलमैन को तथा आधा हिस्सा पैरिसी को मिलेगा।
पिछले वर्ष भौतिक विज्ञान का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिक आंड्रेया घेज, ब्रिटेन के रोजर पेनरोज और जर्मनी के रिनार्ड गेनजेल को मिला था। इन तीनों को ब्लैक होल्स पर रिसर्च के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस पुरस्कार को हासिल करने वालों को एक स्वर्ण पदक के साथ 1.14 मिलियन डॉलर नकद इनाम दिया जाता है।
केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) का नोबेल पुरस्कार 2021
केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) में साल 2021 के लिए नोबेल पुरस्कार बेंजामिन लिस्ट और डेविड डब्ल्यू.सी मैकमिलन को दिया गया है दोनों को यह पुरस्कार एसिमेट्रिक ऑर्गेनकैटालिसस के क्षेत्र में रिसर्च के लिए दिया गया है।
जर्मनी के बेंजामिन लिस्ट और अमेरिका के डेविड मैकमिलन को ‘एसिमेट्रिक ऑर्गेनोकैटलिसिस’ नामक अणुओं के निर्माण के लिए एक नया तरीका विकसित करने में उनके उल्लेखनीय काम के लिए इस सम्मान के लिए चुना गया है। विनर्स की घोषणा ‘रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज’ के महासचिव गोरान हैन्सन ने की। नोबेल समिति ने कहा कि लिस्ट और मैकमिलन ने 2000 में स्वतंत्र रूप से कैटेलिसिस का एक नया तरीका विकसित किया था। नोबेल समिति के एक सदस्य, पर्निला विटुंग-स्टाफशेड ने कहा, ‘यह पहले से ही मानव जाति को बहुत लाभान्वित कर रहा है।’
BREAKING NEWS:
The 2021 #NobelPrize in Chemistry has been awarded to Benjamin List and David W.C. MacMillan “for the development of asymmetric organocatalysis.”
BREAKING NEWS:
The 2021 #NobelPrize in Chemistry has been awarded to Benjamin List and David W.C. MacMillan “for the development of asymmetric organocatalysis.” pic.twitter.com/SzTJ2Chtge— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 6, 2021
पुरस्कार की घोषणा के बाद लिस्ट ने कहा कि उनके लिए पुरस्कार एक ‘बहुत बड़ा आश्चर्य’ है उन्होंने कहा, ‘मुझे इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी’ उन्होंने कहा कि जब स्वीडन से फोन आया तो वह अपने परिवार के साथ एम्स्टर्डम में छुट्टियां मना रहे थे।
साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2021
इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार तंज़ानिया के लेखक अब्दुलरज़ाक को दिया गया। तंज़ानिया के उपन्यासकार अब्दुलरज़ाक गुरनाह ने साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिलने के बाद कहा है कि वो अचंभित हैं और विनम्रता से इसे सम्मान को स्वीकार करते हैं।
BREAKING NEWS:
The 2021 #NobelPrize in Literature is awarded to the novelist Abdulrazak Gurnah “for his uncompromising and compassionate penetration of the effects of colonialism and the fate of the refugee in the gulf between cultures and continents.” pic.twitter.com/zw2LBQSJ4j— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 7, 2021
पुरस्कार की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए गुनराह ने कहा कि वो अकादमी के दिल से आभारी हैं उन्होंने कहा, “ये एक बहुत-बहुत बड़ा पुरस्कार है, और शानदार लेखकों की लंबी सूची है इसमें शामिल होने के भाव को मैं अभी स्वीकार ही कर पा रहा हूँ” उन्होंने कहा, “ये मेरे लिए बिलकुल अचंभे जैसा है, इस पर विश्वास करने के लिए मैंने इसकी घोषणा हो जाने का इंतेज़ार किया।” गुनराह ने अपने नोबेल पुरस्कार को अफ़्रीकी लोगों, अफ़्रीका और अपने सभी पाठकों को समर्पित किया है।
I dedicate this Nobel Prize to Africa and Africans and to all my readers. Thanks!
I dedicate this Nobel Prize to Africa and Africans and to all my readers. Thanks!
— Abdulrazak Gurnah (@GurnahAuthor) October 7, 2021
गुनराह का उपन्यास ‘पेरेडाइज़’ साल 1994 में प्रकाशित हुआ था। ये उपन्यास बीसवीं सदी की शुरुआत में तंज़ानिया में पल-बढ़ रहे एक लड़के की कहानी कहता है। इससे पहले इस उपन्यास को बुकर पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया था जिसके बाद लेखन गुनराह चर्चा में आ गए थे।
आपको बता दें कि पिछले साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवि लुइस ग्लक को मिला था।
शांति के लिए नोबेल की आज हुई थी घोषणा
द नोबेल प्राइज़ की ओर से ट्वीट करके कहा गया कि दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला एक ऐसे व्यक्ति थे जो सभी के लिए मानवाधिकारों में विश्वास करते थे। उन्हें 1993 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। पता करें कि कुछ ही घंटों में अगला शांति पुरस्कार विजेता कौन बनेगा।
South Africa’s first black president, Nelson Mandela was a man who believed in human rights for all.
He was awarded the Nobel Peace Prize in 1993. Find out who will become the next peace laureate(s) in a few hours time.
#NobelPrize #NobelPeacePrize
South Africa's first black president, Nelson Mandela was a man who believed in human rights for all.
He was awarded the Nobel Peace Prize in 1993. Find out who will become the next peace laureate(s) in a few hours time.#NobelPrize #NobelPeacePrize pic.twitter.com/Z1DcXTcxTP
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 8, 2021
शांति का नोबेल पुरस्कार 2021
2021 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा 8 अक्टूबर 2021 को ओस्लो मेंनॉर्वेजियन नोबेल समिति द्वारा की गई। इस साल का नोबेल शांति 2021 पुरस्कार फिलीपीन, रूस में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए मारिया रेसा और दिमित्री मुरातोव को देने की घोषणा की गई है। इस संबंध में नोबेल प्राइज के ट्विटर हैंडल की ओर से जानकारी दी गई। यह पुरस्कार किसी उस संगठन या व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने राष्ट्रों के बीच भाइचारे और बंधुत्व को बढ़ाने के लिए सर्वश्रेष्ठ काम किया हो।
BREAKING NEWS:
The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2021 Nobel Peace Prize to Maria Ressa and Dmitry Muratov for their efforts to safeguard freedom of expression, which is a precondition for democracy and lasting peace.#NobelPrize #NobelPeacePrize pic.twitter.com/KHeGG9YOTT— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 8, 2021
पिछले साल यह पुरस्कार विश्व खाद्य कार्यक्रम को दिया गया था, जिसकी स्थापना 1961 में विश्व भर में भूख से निपटने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर के निर्देश पर किया गया था।
जानिए ! क्या है नोबेल पुरस्कार ?
नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में वर्ष 1901 में शुरू किया गया यह शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है। इस पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति-पत्र के साथ 10 लाख डॉलर की राशि प्रदान की जाती है।
आपको यह जानना भी ज़रूरी है कि 10 दिसंबर को यह पुरस्कार वितरित किए जाते हैं। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 8.5 करोड़ रुपये) की राशि दी जाती है। पुरस्कार स्वीडन के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति से दिया जाता है जिनका निधन 1895 को हो गया था।
अल्फ्रेड नोबेल ने कुल 355 आविष्कार किए जिनमें डायनामाइट का आविष्कार भी था। दिसंबर 1896 में मौत से पहले अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया। उनकी इच्छा थी कि इस पैसे के ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए जिनका काम मानव जाति के लिए सबसे कल्याणकारी पाया जाए। स्वीडिश बैंक में जमा इसी राशि के ब्याज से नोबेल फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है।