14 व 15 अक्तूबर को प्रदेश में जिले स्तर पर हुई कॉउंसलिंग के बाद 16 को बंटे नियुक्ति पत्र को लेकर 255 शिक्षकों के सापेक्ष 234 शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर जॉइन कर लिया।
शासन ने इस बार चूँकि स्कूल आवंटन की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया तो अब स्कूलों का आवंटन जिले स्तर पर बने नए सॉफ्टवेयर के द्वारा परिषद के स्तर से किया जाएगा अतः स्कूलों के चयन की प्रक्रिया अब पहले से अलग होगी। स्कूलों के आवंटित होने के मद्दे नजर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों को कार्यालय बुलाया और मनपसंद ब्लॉक स्तर पर प्रतिदिन 2 स्कूलों के निरीक्षण का कार्य सौंप दिया।
सूत्रों की माने तो प्रत्येक न्याय पंचायत पर दो नवनियुक्त शिक्षकों को लगाया गया ।नवनियुक्त शिक्षक कायाकल्प के तहत किये गए कार्य, विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी का निरीक्षण कर रोजाना आख्या उपलब्ध कराएंगे ।
स्कूल आवंटन प्रक्रिया में बदलाव
किसी भी शिक्षक भर्ती में सबसे बड़ा घालमेल स्कूलों के आवंटन को लेकर ही रहता था । जिले के निकटवर्ती स्कूलों में नवनियुक्त शिक्षकों की जॉइनिंग भी मोटी रकम के आधार पर तय होती थी जिसको शासन ने पूरी तरह अब पारदर्शी कर दिया है चूँकि इससे पहले जिले के द्वारा स्कूलों का आवंटन होता था पर अब ऐसा नहीं होगा। नई प्रक्रिया के अनुसार नवनियुक्त शिक्षकों को सॉफ्टवेयर आधारित स्कूलों को आवंटन होगा जो बंद स्कूल, एकल स्कूल व शिक्षक छात्र अनुपात के मानक द्वारा तय किया जाएगा।