Pilibhit News: यूपी निकाय चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए गजब का बहाना बनाने वाली महिला शिक्षिका को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पीलीभीत ने कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत में दूसरे चरण के 11 मई के होने वाले (Nagar Nikay Chunav 2023) नगर निकाय चुनाव में ड्यूटी से बचने के लिए पीलीभीत के ब्लाक पूरनपुर की महिला शिक्षिका पर फर्जी प्रमाण पत्र देने का आरोप लगा है।महिला शिक्षिका ब्लॉक पूरनपुर क्षेत्र के एक प्राथमिक स्कूल में कार्यरत हैं।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit) के पूरनपुर ब्लॉक के पचपेड़ा गांव के प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका ऋतु तोमर की नगर निकाय चुनाव में मतदान अधिकारी द्वितीय के रूप में पिंक बूथ पर पोलिंग पार्टी संख्या तीन में ड्यूटी लगाई गई थी।चुनाव की वोटिंग में ड्यूटी से बचने के लिए शिक्षिका ने खुद को कोरोना (Corona) संक्रमित बताकर प्रमाण पत्र दिया जो कि जांच में फर्जी पाया गया।
पीलीभीत के मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने इस बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि नगर निकाय चुनाव में चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए ऋतु तोमर नाम की महिला शिक्षिका ने खुद को कोविड संक्रमित बताकर पीलीभीत के बेनहर कॉलेज में चल रहे प्रशिक्षण में अफसरों को एक प्रार्थना पत्र दिया जिसमें महिला शिक्षक ने खुद को कोरोना संक्रमित बताया।
कोविड सर्टिफिकेट देखने के बाद मौजूदा अधिकारी शिक्षिका ऋतु तोमर की ड्यूटी हटाने के लिए तैयार हो गए लेकिन इसी बीच CDO धर्मेद्र प्रताप सिंह ने शिक्षिका की ओर से दिए गए प्रमाण पत्र की जांच कराई तो बहुत बड़ा खुलासा हुआ।
दरअसल CDO द्वारा कराई गई जांच में प्रमाण पत्र मिशिका मेहता के नाम पर पाया गया जो कि 11 अगस्त 2022 की तारीख पर जारी हुआ था। CDO ने बताया कि महिला शिक्षक के खिलाफ इस फर्जीवाड़े के आरोप में पीलीभीत के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है।