पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बार-बार निवेदन करने के बावजूद पिछले कुछ दिनों से तेजस्वी यादव कोरोना की जांच और इलाज को लेकर लगातार राजनीतिक बयानबाजी कर रहे है. मंगल पांडेय ने कहा है कि मैंने विपक्ष से महामारी पर राजनीति नहीं करने का अनुरोध किया है. लेकिन नेता विपक्ष लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. तेजश्वी यादव का बयान भ्रामक और तथ्यहीन है.
3 अगस्त को जांच के संदर्भ में दिया गया मेरा बयान बिल्कुल सही है और मैं अपने बयान पर कायम हूं. हमारी क्षमता हर दिन साढ़े 10 हजार आरटीपीसीआर और ट्रू नेट मशीन से जांच की है. आज हमने सभी माध्यमों से कुल जांच की क्षमता 1 लाख से ऊपर कर ली गई है.
तेजस्वी यादव ने ये कहा है कि बिहार सिर्फ एक ही डेडिकेटेड कोरोना हॉस्पिटल है. जबकि बिहार में तीन डेडिकेटेड हॉस्पिटल हैं. कोरोना संक्रमण के वक्त डेढ़ महीने तक तेजश्वी यादव गायब रहे. पिछली बार भी चमकी बुखार के वक्त तेजश्वी मुजफ्फरपुर नहीं गए. मैं पिछली बार भी गया था इस बार भी गया. चमकी बुखार से इस साल 14 बच्चों की दुखद मौत हुई है. मंगल पांडेय ने ये भी कहा है कि तेजस्वी की बहन डॉक्टर हैं. बड़े भाई पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हैं. कम से कम उनसे पूछकर तो बयान देते.
बिहार के स्वास्थ्यमंत्री ने सदन में मुझे बताया कि कुल कोरोना जाँच में से 52.9% RT-PCR, 17.9% TrueNat और 29% Antigen टेस्ट हो रहे है। लेकिन CM नीतीश कुमार ने 11 अगस्त को PM के साथ समीक्षा बैठक में बताया कि बिहार में प्रतिदिन 10% से भी कम RT-PCR जाँच हो रही है। कौन सच्चा? कौन झूठा? pic.twitter.com/x0yhOzB1up
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2020
तेजस्वी यादव ने क्या कहा था ?
दरअसल राजद नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर सदन में गलत आंकड़े देने का आरोप लगाया है. उन्होंने मानसून सत्र का वीडियो भी ट्विटर पर पोस्ट किया है। तेजस्वी ने कहा कि मंगल पांडेय ने सदन में झूठ बोला था। उन्होंने मेरे सवाल पर कहा था कि कोरोना के कुल 6.12 लाख जांच में से 3.24 लाख (52.9%) जांच आरटीपीसीआर से हुए। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 11 अगस्त को प्रधानमंत्री के साथ समीक्षा बैठक में बताया कि बिहार में प्रतिदिन 10 फीसदी से भी कम जांच आरटीपीसीआर से हो रही है। अब मंगल पांडेय बताएं कि वे झूठ बोल रहे थे या फिर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से झूठ कहा।