नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह आयोजित करेंगे. समारोह से पहले विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया है। अधिकांश विपक्षी दलों ने मोदी के हाथों उद्घाटन का विरोध करते अपनी असहमति व्यक्त करते हुए इस कार्यक्रम में भाग लेने से इनकार करने की घोषणा की है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेकर बेहद बचकाना बयान दिया है। असदुद्दीन ओवैसी ने अपने बयान में कहा है कि हम देश के वजीर ए आजम से डिमांड करते हुए कहा कि आप पीछे हट जाइए। इनोग्रेशन स्पीकर ओम बिरला साहब को करना चाहिए।
ओवैसी ने मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि आप पूरे देश को मैसेज दीजिए कि आप थियोरी और सेक्रेशन ऑफ पावर को मानते हैं। आप संविधान को मानते हैं आप बेसिक स्ट्रक्चर को मानते हैं।
ओवैसी बोले प्रधानमंत्री अगर राजी हो जाते हैं कि स्पीकर ओम बिरला इसका इनोग्रेशन करेंगे AIMIM पार्टी फंक्शन में जाएगी।
नए संसद भवन के उद्घाटन पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से अपील करते हैं की आप पीछे हट जाइए और स्पीकर ओम बिड़ला को उद्घाटन करने दें। अगर प्रधानमंत्री ऐसा करेंगे तो हम कार्यक्रम में जरूर जाएंगे।
ओम बिरला के हाथों होना चाहिए संसद के नए भवन का उद्घाटन
इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर उन्होंने अलग ही विचार व्यक्त किया है। ओवैसी ने कहा कि न तो राष्ट्रपति और न ही पीएम मोदी उद्घाटन करें। उनके मुताबिक नए संसद भवन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को करना चाहिए।
ओवैसी ने कहा, “अगर मोदी उद्घाटन करते हैं, तो मैं समारोह का हिस्सा नहीं बनूंगा।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संसद के संरक्षक के रूप में ओम बिरला को जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। ओवैसी ने केंद्र सरकार पर संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने साफ कर दिया कि अगर नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करते हैं तो वह इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे.