Highlights:
- कांग्रेस पार्टी को 50 साल विपक्ष में बैठना है
- गुलाम नबी आजाद का भाजपा के साथ मिलीभगत
- पार्टी के भीतर ही “गद्दार”
- कांग्रेस को सक्रिय करने की थी मंशा.
Congress: पार्टी में बदलाव और नए अध्यक्ष के लिए चुनाव कराने की मांग करने वाले वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिन 23 लोगों ने पत्र लिखा था, उनकी मंशा कांग्रेस को सक्रिय करने की थी. हम उन लोगों में से है जिन्होंने 1970 के बाद कांग्रेस बनाई. हमें उस वक्त पीड़ा होगी जिन्हें चुनावों के बारे में कुछ नहीं पता यदि वे आलोचना करेंगे. हम बहुत से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतियों के साथ काम करते रहे हैं. कुछ तो बात होगी. जो लोग कुछ भी करके नहीं आये हैं, वह विरोध करते हैं. जिसे कांग्रेस में रुचि होगी वह हमारी बात का स्वागत करेगा.
Anyone who has a genuine interest in the internal working dynamics of Congress would welcome our proposal to have every state & district president as being elected. The entire Congress Working Committee should be elected: Ghulam Nabi Azad, senior Congress leader pic.twitter.com/XtD2RFll3S
— ANI (@ANI) August 27, 2020
गुलाम नबी आजाद ने कहा, “जो अधिकारी या राज्य इकाई के अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष हमारे प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं उन्हें मालूम है कि चुनाव होने पर वे कहीं नहीं होंगे.” राज्यसभा सदस्य आजाद ने कहा, “जो कोई भी वास्तव में कांग्रेस का हित चाहता है , वह पत्र का स्वागत करेगा.”
कांग्रेस पार्टी को 50 साल विपक्ष में बैठना है
गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि अभी हम विपक्ष में हैं. सत्ताधारी पार्टी बहुत मजबूत है. अगर कांग्रेस पार्टी को 50 साल विपक्ष में बैठना है तो CWC में चुनाव मत कराओ. मुझे इससे क्या फायदा है. हमारा रिश्ता गांधी परिवार से पारिवारिक है. ये चापलूस आज ज्यादा प्यारा हो गए. लीडर को कभी-कभी ठीक करने के लिए बोलना पड़ता है, वही लॉयल होता है. हम पर आरोप लगते हैं कि हम किसी और के साथ हैं. हम संदेह करते हैं कि आखिर आप किसके साथ हैं?
आज़ाद ने पत्र में सुझाव दिया कि राज्य कांग्रेस प्रमुखों, जिला अध्यक्षों, ब्लॉक अध्यक्षों और कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव किया जाना चाहिए. “एक चुनाव का यह लाभ होता है कि जब आप चुनाव लड़ते हैं, तो कम से कम आपकी पार्टी आपके साथ खड़ी होती है. अभी, अध्यक्ष बनने वाले व्यक्ति को एक प्रतिशत समर्थन भी नहीं मिल सकता है. यदि सीडब्ल्यूसी सदस्य चुने जाते हैं, तो उन्हें हटाया नहीं जा सकता है. इसमें समस्या कहां है? ”
The intention is to make Congress active & strong. But those who simply got 'appointment cards' continue to oppose our proposal. What's the harm in having elected CWC members who will have stable tenures in the party: Ghulam Nabi Azad, Senior Congress leader https://t.co/PIFveKydjr
— ANI (@ANI) August 27, 2020
पार्टी के भीतर ही “गद्दार”
आज़ाद समेत पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले दूसरे नेताओं को पार्टी के भीतर ही “गद्दार” के रूप में देखा जा रहा है. कई नेताओं ने पत्र लिखने वाले नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का आह्वान किया. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद घोषणा की गई कि अगले छह महीनों में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) सत्र तक सोनिया गांधी अंतरिम प्रमुख बनी रहेंगी.