मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय के अंतर्गत विभिन्न जिलों में प्रखंड साधनसेवी की नियुक्ति की गयी है। कुल 87 डाटा इंट्री ऑपरेटर सह प्रखंड साधन सेवी की नियुक्ति हुई है। ये सभी अब अलग-अलग जिलों में साधन सेवी के तौर पर अपना योगदान 28 अगस्त को देंगे।
मिड डे मील में कितने बच्चों ने खाना खाया, कितने बच्चे उपस्थिति हुए विद्यालय में चावल के साथ अन्य खाद्य सामग्री कितनी बची है, इसकी वास्तविक रिपोर्ट अब प्रखंड साधनसेवी करेंगे। मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक ने बताया कि प्रखंड साधनसेवी को हर दिन स्कूलों का निरीक्षण करना है। एक महीने में कम से कम तीस विद्यालयों का अनुश्रवण अनिवार्य है। इसकी रिपोर्ट निदेशालय को भेजनी है।
बता दें कि मध्याह्न भोजन योजना की निगरानी और सख्त करने के लिए 16 हजार महीने के मानदेय पर प्रखंड स्तर पर डाटा इंट्री ऑपरेटर सह प्रखंड साधन वी की नियुक्ति की गई है। अभ्यर्थियों के चयन के लिए बीते नौ से 12 अगस्त तक साक्षात्कर सह कंप्यूटर टंकण परीक्षा मिड-डे मील योजना के निदेशालय परिसर में होगी।
मिड-डे मील के निदेशक ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देकर बताया कि आउटसोर्स कंपनियों के माध्यम से ही अभ्यर्थियों उपस्थित हुए।इसके अलावा परीक्षा 9, 11 और 12 अगस्त को संपन्न हुई थी।
निदेशक ने बताया कि प्रखंड साधन सेवी विद्यालयों में निरीक्षण के लिए भी जाएंगे। क्षेत्र भ्रमण के लिए अलग से प्रतिदिन सौ रुपये दिये जाएंगे। इस योजना के तहत पहले से एक-एक प्रखंड साधन सेवी कार्यरत हैं। नई नियुक्ति होने के बाद हर प्रखंड में दो-दो साधन सेवी हो जाएंगे। मालूम हो कि अब तक राज्य में कुल 534 प्रखंड हैं।