इस बार पंचपर्व दीपोत्सव त्रिपुष्कर योग में शुरू होगा। दीपोत्सव धन त्रयोदशी से भाई दूज तक चलेगा। धनतेरस पर 19 साल बाद त्रिपुष्कर नामक शुभ योग बन रहा है। इस बार सुबह 8 बजे से रात 8.30 बजे तक खरीदारी के भरपूर मुहूर्त है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी तिथि को धन-त्रियोदशी या धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। पंच पर्वों में दीपोत्सव की शुरुआत मंगलवार को धनतेरस से होगी। इसी दिन आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि की जयंती श्रद्धा, उल्लास से मनाई जाएगी। धनतेरस पर परंपरा अनुसार खरीदारी के साथ धन के देवता कुबेर, मां लक्ष्मी, धन्वतंरि और यमराज का पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी।
कहा जाता है कि दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से पहले धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरी और कुबेर देव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि समुद्र मंथन में धनतेरस के दिन ही स्वास्थ्य के देवता भगवान धनवंतरी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा चली आ रही है।
खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त यहाँ जानें
● चर लग्न – सुबह 8.46 बजे से 10.10 बजे तक
● अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11.11 बजे से 11.56 बजे तक
● अमृत मुहूर्त – दोपहर 11.33 बजे से 12.56 बजे तक
● शुभ योग – दोपहर 2.20 बजे से 3.43 बजे तक
● वृष लग्न – शाम 6.18 बजे से रात 8.14 बजे तक
धनतेरस पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
धनतेरस के मौके पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम को बन रहा है। विशेष फल प्राप्ति के लिए प्रदोष काल व वृष लग्न में शाम 6.00 बजे रात्रि 7.57 बजे तक पूजा करना श्रेयस्कर है। पूजा में मन और साधन की शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
पूरे साल सुख-समृद्धि देगा ये एक उपाय
पुराना फटा पर्स बदलने के लिए धनतेरस का दिन सर्वश्रेष्ठ होता है।इस दिन नया पर्स या बैग खरीद लें। इसमें क्रिस्टल, श्री यंत्र, गोमती चक्र, कौड़ी, हल्दी की गांठ, पिरामिड, लाल रंग का कपड़ा, लाल लिफाफे में अपनी मनोकामना लिख कर लाल रेशमी धागे में गांठ लगा के पर्स में रख लें। ऐसा करने से कुछ ही दिन में मनोकामना पूरी हो जाती है।
राशियों के करें खरीदारी,होगा लाभ
● मेष – चांदी की कटोरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, स्वर्णाभूषण।
● वृष – कपड़े,कलश।
● मिथुन – सोने के आभूषण, स्टील के बर्तन।
● कर्क – चांदी के आभूषण या बर्तन, घरेलू सामान।
● सिंह – तांबे के बर्तन या कलश, लाल रंग के कपड़े।
● कन्या – सोने या चांदी के आभूषण या कलश।
● तुला – कपड़े, सौंदर्य सामान या सजावटी सामान।
● वृश्चिक – इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोने के आभूषण।
● धनु – सोने के आभूषण, तांबे के बर्तन,मिट्टी के कलश।
● मकर – वस्त्रत्त्, वाहन, चांदी के बर्तन या आभूषण।
● कुम्भ – सौंदर्य के सामान, स्वर्ण ,तांबे के बर्तन।
● मीन – सोने के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण।