अहोई अष्टमी के पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग भी रहेगा। इसलिए अहोई अष्टमी का दिन खरीदादारी और निवेश के लिहाज से बेहद ही शुभ माना जा रहा है। बता दें कि पुष्य नक्षत्र में दान-पुण्य करने से काफी लाभ मिलता है। व्यक्ति अपनी राशि अनुसार खरीददारी और निवेश कर सकते हैं।हालांकि इस साल अहोई अष्टमी के मौके पर एक खास योग बन रहा है दरअसल, 28 अक्टूबर को गुरु-पुष्य नक्षत्र रहेगा जिस खास दिशा में यह ग्रह योग बन रहा है, वह 667 साल पड़ रही है।
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जानें राशियों के अनुसार किसकी क्या करना चाहिए
● मेष राशि के जातक गुरु-पुष्य नक्षत्र में जमीन, मकान, खेती और उससे जुड़े सामान में निवेश कर सकते हैं, इसके शुभ परिणाम मिलेंगे।
● वृषभ राशि के जातक अनाज, कपड़ा, चांदी, ऑटो पार्ट्स और सौंदर्य सामग्री आदि चीजे में निवेश कर सकते हैं।
● मिथुन राशि के जातक अहोई अष्टमी के दिन कागज, लकड़ी, पीतल, गेहूं, दाल, कपड़ा, स्टील, तेल, सीमेंट और खनिज आदि में निवेश कर सकते हैं।
● कर्क इस राशि के जातक चांदी, चावल, कपड़े, प्लास्टिक, अनाज, खाद्य पदार्थ और खिलौने आदि में निवेश कर सकते है।
● सिंह सिंह राशि के जातक सोना, गेहूं, कपड़ा, दवाइयां, रत्न, सौन्दर्य सामग्री, जमीन और जायदाद आदि में निवेश कर सकते हैं।
● कन्या इस राशि के जातक कोचिंग सेंटर, सोना, दवाइयां, केमिकल, फर्टिलाइजर, चमड़े से बना सामान और खेती के उपकरण खरीद सकते हैं।
● तुला राशि के जातक इस दिन सीमेंट, स्टील, दवाइयां, केमिकल, कपड़ा, तार, इस्पात, कोयला, रत्नों, प्लास्टिक और कंप्यूटर आदि में कर सकते हैं निवेश
● वृश्चिक इस राशि के जातक जमीन, मकान, दुकान, खेती, सीमेंट और मेडिकल के सामान में निवेश कर सकते हैं।
● मकर इस राशि के जातक अहोई अष्टमी के दिन लोहा, इस्पात, केबल, तेल, इलेक्ट्रानिक्स और वाहन आदि में निवेश कर सकते हैं।
● कुंभ राशि के जातक केबल, तेल और इलेक्ट्रानिक्स के सामान में निवेश कर सकते हैं।
●मीन राशि के जातक आभूषण, रत्न, सोना, अनाज, कपास और चांदी आदि में निवेश करके लाभ कमा सकते हैं।
अहोई व्रत में क्या करें और क्या न करें
● अहोई अष्टमी के व्रत में महिलाओं को काले या गहरे नीले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए
●व्रत में पूजा से पहले भगवान गणेश को याद करना बिल्कुल ना भूलें
●इस दिन अर्घ्य देने के लिए कांसे के लोटे का प्रयोग नहीं करना चाहिए
●अहोई माता के व्रत में पहले इस्तेमाल हुई सारी पूजा सामग्री को दोबारा इस्तेमाल न करें
●इसके अलावा मुरझाए फूल या पहले प्रयोग हुए फल-मिठाई का इस्तेमाल ना करें.
●माता अहोई से संतान की लंबी उम्र और सुखदायी जीवन की कामना करें।व्रत से पूर्व रात्रि को सादा भोजन करें।
●अहोई अष्टमी का व्रत करने वाले को दोपहर के समय सोने से परहेज करना चाहिएऔर मांस, लहसुन, प्याज, मदीरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
● अहोई अष्टमी के दिन मिट्टी को बिल्कुल भी हाथ न लगाएं और न ही इस दिन खुरपी से कोई पौधा भी उखाड़ें।
● अहोई अष्टमी के दिन किसी निर्धन व्यक्ति को दान देने से फल की प्राप्ति होती है।
●अहोई अष्टमी के लिए नए करवे का प्रयोग करना चाहिए व शुभ मुहूर्त में अहोई माता की पूजा के बाद तारों को अर्घ्य देकर आप पारण करें।