तमिलनाडु के कन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को आज मिलिट्री विमान से दिल्ली लाया जाएगा।
गौरतलब है कि तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और सशस्त्र बलों के 11 अन्य अधिकारियों की मृत्यु हो गई। दुर्घटना में जान गंवाने वालों में सीडीएस के सैन्य सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर और स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह शामिल हैं।
दिवंगत जनरल विपिन रावत का अंतिम संस्कार कल यानि शुक्रवार को दिल्ली के छावनी इलाके में होगा। कल ही उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शनों की तैयारी की गई है जिसके बाद सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। उनके करीबियों और रिश्तेदारों को दिल्ली लाने के इंतजाम किए जा रहे हैं।
मीडिया सूत्रों के हवाले से पता चला कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत क्रैश के बाद भी जिंदा थे। हादसे के बाद Mi-17V5 के मलबे से निकाले जाने पर उन्होंने हिंदी में अपना नाम भी बताया था। यह जानकारी बचाव दल के एक सदस्य ने दी। जनरल रावत के साथ एक अन्य सवार को भी निकाला गया था। बाद में उनकी पहचान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के रूप में हुई। ग्रुप कैप्टन हादसे में जिंदा बचे एकमात्र व्यक्ति है। उनका अभी इलाज चल रहा है।
बचाव कर्मी द्वारा आँखों देखा हाल
● दुर्घटना के बाद घटना स्थल पर पहुँचे वरिष्ठ फायरमैन और बचावकर्मी NC मुरली ने बताया कि हमने दो लोगों को जिंदा बचाया। इनमें से एक CDS रावत थे। मुरली ने बताया कि जैसे ही हमने उन्हें बाहर निकाला उन्होंने रक्षा कर्मियों से हिंदी में धीमे स्वर में बात की और अपना नाम बोला। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। मुरली के अनुसार, वो तुरंत दूसरे व्यक्ति की पहचान नहीं कर सके जिसे अस्पताल ले जाया गया और उसका अभी इलाज चल रहा है।
● मुरली ने कहा कि जनरल रावत ने बताया कि उनके शरीर के निचले हिस्से में गंभीर चोटें आई हैं। इसके बाद उन्हें चादर में लपेट कर एम्बुलेंस में ले जाया गया।” बचाव दल को इस इलाके को बचाव कार्यों में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। यहाँ आग बुझाने के लिए दमकल वाहन को ले जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था। मुरली ने कहा कि हमें पास की नदी और घरों से बर्तनों में पानी लाना पड़ता था। ऑपरेशन इतना कठिन था क्योंकि हमें लोगों को बचाने या शवों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर के नुकीले टुकड़ों को अलग करना पड़ा।
● मुरली ने बताया कि बचाव कार्य में एक उखड़ा हुआ पेड़ बाधा बन गया। इसे काटना पड़ा। इस सब ने हमारे बचाव कार्य में देरी की उन्होंने बताया कि हमने 12 शव बरामद किए। दो लोगों को जिंदा निकाल लिया गया। दोनों गंभीर रूप से झुलस गए थे बाद में भारतीय वायुसेना के जवान आधे रास्ते में बचाव अभियान में शामिल हो गए। वे टीम को हेलिकॉप्टर के क्षतिग्रस्त हिस्सों में ले गए।
● सीनियर फायरमैन ने कहा कि मलबे के बीच हथियार पड़े थे इसलिए हमें सावधानी से ऑपरेशन करना पड़ा।
राजनाथ सिंह राज्यसभा और लोकसभा में देंगे बयान
आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर बयान देंगे. मिली जानकारी के अनुसार राजनाथ सिंह सुबह 11:15 बजे लोकसभा में और उसके बाद राज्यसभा में बयान देंगे।
क्या था CDS जनरल बिपिन रावत का पूरा कार्यक्रम?
● सुबह 8 बजकर 47 मिनट पर दिल्ली से वायुसेना के स्पेशल एयरक्राफ्ट से भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी समेत 14 लोगों के साथ रवाना हुए।
● सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर तमिलनाडु के सुलुर पहुँचे।
● सुबह 11 बजकर 48 मिनट पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर एम आई-17 वी फाइव से स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने के लिए आगे बढ़ते हैं।
● दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर खबर आती है कि जनरल बिपिन रावत समेत 14 लोगों को ले जा रहा सेना का ये सबसे खास हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है।