प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को शिक्षक पर्व 2021 का उद्घाटन किया और इस दौरान उन्होंने कई पहल की शुरुआत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 6-7 सालों में जनभागीदारी की ताकत से भारत में ऐसे-ऐसे कार्य हुए हैं, जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।
पीएम मोदी ने कहा कि आज शिक्षक पर्व के मौके पर कई योजनाओं की शुरुआत हो रही है।पीएम मोदी ने कहा कि जब समाज मिलकर कुछ करता है, तो इच्छित परिणाम अवश्य मिलते हैं और आपने ये देखा है कि बीते कुछ वर्ष में जनभागीदारी अब फिर भारत का नेशनल कैरेक्टर बनता जा रहा है। पिछले 6-7 सालों में जनभागीदारी की ताकत से भारत में ऐसे-ऐसे कार्य हुए हैं, जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।
I want to congratulate the teachers who received National Awards. You have worked under difficult circumstances. Your efforts are commendable: Prime Minister Narendra Modi at the inaugural conclave of Shiksak Parv pic.twitter.com/WhxM0iP0zu
— ANI (@ANI) September 7, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा में असमानता को खत्म करके उसे आधुनिक बनाने में National Digital Educational Architecture यानी, N-DEAR की भी बड़ी भूमिका होने वाली है। N-DEAR सभी academic activities के बीच एक सुपर कनेक्ट का काम करेगा।
शिक्षा में तकनीकी को बढ़ावा दे रहा है देश’
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पीएम मोदी ने कहा, ‘आप सभी इस बात से परिचित हैं कि किसी भी देश की प्रगति के लिए एजुकेशन न केवल Inclusive होनी चाहिए, बल्कि equitable (न्यायसंगत) भी होनी चाहिए। किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए शिक्षा का समान और समावेशी होना आवश्यक है उसी के लिए देश शिक्षा के हिस्से के रूप में बोलने वाली किताबों और ऑडियो किताबों को शामिल कर रहा है ।यूडीएल पर आधारित एक भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोश विकसित किया गया है ।इसके अलावा Talking बुक्स और Audio बुक्स जैसी तकनीक को शिक्षा का हिस्सा बनाया गया है। ‘निष्ठा’ ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के जरिए टीचर्स को बदलावों के लिए तैयार करने पर जोर दिया जाएगा।
3 साल के बच्चों के लिए कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘निपुण भारत अभियान में तीन वर्ष से आठ वर्ष तक के बच्चों के लिए Foundational Literacy and Numeracy Mission लॉन्च किया गया है. तीन वर्ष की उम्र से ही सभी बच्चे अनिवार्यता प्री स्कूल शिक्षा प्राप्त करें इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जाएंगे’ उन्होंने कहा, ‘तेजी से बदलते इस दौर में हमारे शिक्षकों को भी नई व्यवस्थाओं और तकनीकों के बारे में तेजी से सीखना होता है। ‘निष्ठा’ ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के जरिए देश अपने टीचर्स को इन्हीं बदलावों के लिए तैयार कर रहा है।’
बता दें शिक्षा मंत्रालय शिक्षकों के बहुमूल्य योगदान को मान्यता देने और नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 को एक कदम आगे ले जाने के लिए 5 से 17 सितंबर तक शिक्षक पर्व 2021 मना रहा है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य शिक्षा राज्य मंत्री शामिल हुए।