उत्तर प्रदेश में जीका वायरस के रोगियों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए सतर्कता और बढ़ा दी गई है। जहाँ कानपुर जिले में जीका वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है और शनिवार को ही 16 नए पॉजिटिव केस मिले हैं इन 16 नए मरीजों में दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।
अब तक कानपुर में जीका वायरस के 105 मरीज सामने आ चुके हैं। इसके बाद अब जिले में अब तक कुल मरीजों की संख्या 123 हो गई है। हालांकि छह और संक्रमित ठीक हो चुके हैं और इसके बाद वर्तमान में संक्रमितों की कुल संख्या 86 है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वेदब्रत सिंह ने बताया कि अभी तक सवा सौ मरीज प्रदेश में सामने आए हैं। कानपुर में 121 कन्नौज में एक और लखनऊ में तीन मरीज मिल चुके हैं।
Two cases of #ZikaVirus reported in Lucknow, confirms Dr Ved Vrat Singh, Director General Medical & Health, Govt of Uttar Pradesh
— ANI UP (@ANINewsUP) November 11, 2021
जांच की सुविधा में लगातार इजाफा किया जा रहा है।
क्या है जीका वायरस?
● जीका एक मच्छर से फैलने वाला वायरस है जो एडीज एजिप्टी नाम की प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है।
● विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान काटते हैं।ये वही मच्छर है जो डेंगू, चिकनगुनिया फैलाता है।
● ज्यादातर लोगों के लिए जीका वायरस का संक्रमण कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खासतौर से भ्रूण के लिए खतरनाक हो सकता है। इसके प्रभाव से भ्रूण का मस्तिष्क विकसित नहीं होता है।
● जीका वायरस साल 1952 में पहली बार यह अफ्रीका के जंगल में एक लंगूर में मिला था।
● जीका वायरस को 1954 में वायरस घोषित किया गया था।
● भारत में 2021 में केरल और महाराष्ट्र में जीका वायरस के मामले सामने आ चुके हैं।
क्या हैं इसके लक्षण?
● जीका वायरस के कुछ खास लक्षण नहीं है।
● इसके लक्षण भी आमतौर पर डेंगू जैसे ही होते हैं जैसे बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द होना।
जीका वायरस को रोकने की तैयारी तेज़
जीका पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद घरों के आसपास के 400 मीटर के दायरे में कंटेनमेंट जोन बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। 500 सर्विलांस टीमें गठित कर हेल्पलाइन नंबर 0522-4523000 जारी कर दिया गया है। लखनऊ के आठ अस्पतालों में जीका वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए दस-दस बेड के स्पेशल वॉर्ड बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ 19 सीएचसी में भी दो-दो बेड रिजर्व किए जाएंगे। स्मार्ट सिटी सभागार में शनिवार को जीका वायरस पर नियंत्रण के लिए हुई बैठक में डीएम अभिषेक प्रकाश ने मरीजों के घर 400 मीटर के दायरे में जीका कंटेनमेंट जोन बनाने के भी निर्देश दिए।
जीका वायरस के बढ़ते हुए शहरों में जीका वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड की तर्ज पर आरआरटी टीमें बनाई जाएंगी। हर CHC पर कम से कम एक टीम होगी वहीं, 500 सुपर सर्विलांस टीमें गठित होंगी। हर CHC पर 25-25 टीमें लगाई जाएंगी।