समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल, राज्यसभा सांसद संजय राउत, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी यूपी के सीएम योगी पर उठाए सवाल
यूपी के प्रयागराज में मेडिकल के लिए जाते समय पुलिस सुरक्षा के बीच मीडिया कर्मी बनकर आए हत्यारों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी। हालांकि पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इसी बीच अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर देने के मामले में समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव का बड़ा बयान सामने आया है सपा नेता ने गैंगस्टर अतीक अहमद के कसीदे पढ़ते हुए तारीफों का पुल बांध दिया।
समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने इटावा में बताया कि अतीक अहमद पर इतने मामले बताए गए लेकिन उनमें से किसी भी मामले में अतीक अहमद दोषसिद्ध नहीं हुआ। लोगों पर रोज न जाने कितने फर्जी मुकदमें लगवाए जाते हैं।अतीक अहमद 1989, 1991, 1993, 1995 से विधायक और 14वीं लोकसभा में फूलपुर से सांसद हुए। ऐसा तो था नहीं कि सभी गुंड़ा बदमाश चुनाव जीत जाते हैं। वह रिकॉर्ड 3 बार निर्दलीय चुनाव जीते।
सपा नेता रामगोपाल यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि मीडिया ने अतीक अहमद को गैंगस्टर बना दिया। कभी-कभी कुछ घटनाएं हो जाती हैं, बड़े-बड़े लोगों से हो जाती है। यहां ऐसे बड़े-बड़े पदों पर लोग बैठे हैं जो बम फेंककर 10-15 लोगों को मरवा दिया तब (उनको) कोई नहीं कहता गैंगस्टर है।
इतने मामले बताए गए लेकिन किसी में भी अतीक अहमद दोषसिद्ध नहीं हुआ। फर्ज़ी मुकदमे रोज़ लोगों के ख़िलाफ़ लिखाए जाते हैं। अतीक अहमद 1989, 1991, 19993, 1995 से विधायक और 14वीं लोकसभा में फूलपुर से सांसद हुए। ऐसा तो था नहीं कि सभी गुंड़ा बदमाश चुनाव जीत जाते हैं। वह रिकॉर्ड 3 बार… pic.twitter.com/thh4MKIGRi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2023
समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बताया कि पुलिस की सुरक्षा में दो लोगों की हत्या से यह स्पष्ट है कि प्रदेश में गुंडा, माफिया और जंगलराज कायम हो गया है। प्रदेश में अपराधी भयमुक्त हो गए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री को अब ऐसे हालात में सत्ता में नहीं रहने का अधिकार है।
दूसरी ओर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने एनकाउंटर में मारे गए अतीक के बेटे असद को लेकर बयान दिया कि असद जोकि 19 वर्ष का था अगर सुरक्षा के मद्देनज़र उससे आपको ख़तरा था तो आप पहले उसे पकड़ते, उसके पैर में गोली मारते और उस पर मुकदमा चलाते, आपको उसे मारने की क्या ज़रूरत थी?।
अतीक और अशरफ की हत्या पर राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि यह एक राज्य का विषय है। हत्या हुई, धारा 144 लगाई गई, वहां की सरकार ने किया और वे सक्षम है यह करने में, यह उनका विषय है लेकिन दिनदहाड़े पुलिस के बीच अगर हत्या हुई है तो यह गंभीर बात है। यह क़ानून व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।
अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो हो रहा है वह देश देख रहा है। क़ानून का राज नहीं रहेगा तो यह घटनाएं किसी के भी साथ हो सकती हैं। यूपी में जो हुआ वह आसान है लेकिन क़ानून व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल है।