यूपी टीईटी का विगत 28 नवंबर को पेपर आउट होने के बाद स्थगित शिक्षक पात्रता परीक्षा आगामी 23 जनवरी को जिले के 29 कॉलेजों में होगी। यूपीटीईटी की यह परीक्षा पीलीभीत के 16 तो बरेली के 55 केंद्रों पर होगी।लखीमपुर खीरी में यह परीक्षा 23 केंद्रों पर आयोजित होगी।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारित कर सचिव को प्रस्ताव भेजने के साथ केंद्रों पर CCTV कैमरा व अन्य सुविधाओं का सत्यापन किया जा रहा है। दो पालियों में आयोजित परीक्षा में तकरीबन 14000 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
परीक्षा केंद्रों में ये डिग्री कॉलेज भी शामिल
- स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज
- गांधी फ़ैज़ ए आम कॉलेज
- आर्य महिला डिग्री कॉलेज
23 जनवरी 2022 को आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी एक दिन पहले यानी 22 जनवरी से और एक दिन बाद यानी 24 जनवरी तक आवागमन कर सकेंगे। इसलिए परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र की फोटोकॉपी पर स्वहस्ताक्षर करते हुए कहाँ-कहाँ जा रहे या कहाँ से आ रहे है, इसका ब्यौरा लिखकर बस कंडक्टर को देना होगा। बस में यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल के नियमों को सख्ती से पालन किया जाएगा।
परीक्षा केंद्र
- शाहजहाँपुर में 29
- पीलीभीत में 16
- बरेली में 55
- लखीमपुर खीरी में 23
सचिव का निर्देश मिलने के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिले के 29 कॉलेजों को परीक्षा केंद्र के लिए प्रस्तावित करते हुए जिला स्तरीय कमेटी से अनुमोदन कराकर सचिव को मंजूरी के लिए भेजा है। सचिव की ओर केंद्रों को मंजूरी मिलने के बाद सीसीटीवी कैमरे व वाइस रिकार्डर की निगरानी में 23 जनवरी को नकल विहीन परीक्षा होगी।
परीक्षार्थियों को कोई असुविधा नहीं हो इसके लिए केंद्र व्यवस्थापकों को पत्र जारी कर आवंटित परीक्षार्थियों की संख्या के अनुसार सीटिंग प्लॉन तैयार करने, फर्नीचर का प्रबंध करने, पेयजल, प्रसाधन तथा सभी कमरों में दोनों तरफ से सीसीटीवी कैमरे व वाइस रिकार्डर समेत सभी सुविधाओं को पूरा करते हुए रिपोर्ट देने को कहा है। परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को असुविधा होने या परीक्षा की शुचिता प्रभावित होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।आपको बता दें कि परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राजेंद्र प्रताप सिंह ने नि:शुल्क यात्रा सुविधा देने के लिए प्रदेश भर के अफसरों को दिशा निर्देश भेजे हैं।
सचिव द्वारा परीक्षा केंद्रों के प्रधानाचार्यों को भेजे गए पत्र में सचिव के निर्देशों की जानकारी देते हुए परीक्षार्थियों को सुविधायुक्त माहौल में परीक्षा कराने का निर्देश दिया गया है। परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को असुविधा होने या परीक्षा की शुचिता प्रभावित होने पर केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।