उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के निजी प्रबन्ध व अशासकीय विद्यालय कल्याण समिति के अध्यक्ष शेषनाथ सिंह ने प्रदेश के मुखिया CM योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर शासन द्वारा 31 दिसम्बर से 14 जनवरी तक प्रस्तावित शीतावकाश को निरस्त करने की मांग की है।
पत्र में कहा गया है कि कारोना महामारी के चलते विद्यालय कई महीनों तक बन्द रहे हैं जिसका शिक्षा पर अत्यंत प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। मध्यम व निम्न वर्ग के छात्र सुविधा के अभाव में आनलाइन शिक्षा से वंचित रहे हैं। लम्बे समय तक शिक्षण व्यवस्था से दूर रहने के कारण उनका शैक्षणिक स्तर काफी नीचे जा चुका। सितम्बर माह से विद्यालय खुल जाने पर कठिन परिश्रम द्वारा उन्हें पुनः शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
ऐसे में 15 दिनों का शीतावकाश उनके सतत विकास में बड़ी बाधा उत्पन्न करेगा। प्रायः मौसम के ठंड एवं कोहरे को देखते हुए माननीय जिलाधिकारी द्वारा अवकाश की घोषणा की जाती है। यह पूर्णतः अनिश्चित है । यदि शीतावकाश के पहले अथवा बाद में मौसम खराब होता है तो जिलाधिकारी द्वारा अवकाश अपरिहार्य होगा। अधिक छुट्टियों के कारण शिक्षा पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ेगा। अतः निवेदन है कि शासन द्वारा 31 दिसम्बर से 14 जनवरी तक प्रस्तावित शीतावकाश को निरस्त कर इसे समस्त जिलाधिकारियों के विवेक पर छोड़ दिया जाय जिससे वे मौसम के अनुसार अवकाश घोषित कर सके।