कानपुर में विकास के शव का पोस्टमॉर्टम एक घंटे तक चला. पोस्टमॉर्टम डॉक्टर अरविंद अवस्थी, डॉक्टर शशिकांत और डॉक्टर विपुल चतुर्वेदी ने किया. इसकी रिपोर्ट सीएमओ और एसपी को दी गई है. एक घंटे तक पोस्टमॉर्टम किया गया.
रिपोर्ट में बताया गया है कि ज्यादा खून बहने से विकास दुबे की मौत हुई. सभी गोलियां विकास दुबे के शरीर के आर-पार हो गईं. यानी गोलियां काफी पास से चलाई गई थीं
सभी गोलियां विकास दुबे के शरीर के आरपार हो गईं. गोलियां काफी पास से उसके सीने में 2 तो एक उसके कमर में लगी.
पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी की गई. 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे की बॉडी का कोरोना टेस्ट भी कराया गया था| जिसमे उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.
विकास दुबे का अंतिम संस्कार कानपुर के भैरव घाट पर किया गया. उसकी पत्नी रिचा दुबे, छोटा बेटा और बहनोई दिनेश तिवारी वहां मौजूद थे.
कैसे हुआ हुआ था विकास का एनकाउंटर
उज्जैन से कानपुर आते वक्त STF के काफिले का एक्सीडेंट हो गया था. हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ. बताया जा रहा है कि जब गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उस समय विकास दुबे हथियार छीनने की कोशिश की. घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और पुलिसकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुआ. इस दौरान विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया. विकास दुबे को अस्पताल ले जाया गया| जहां उसकी मौत हो गयी थी |