गोमती नगर विस्तार थाने का मामला है जिसमें के पूर्व में लॉकअप में युवक की मौत के मामले में पूर्व डीआईजी उदय शंकर जयसवाल को दोषी माना गया है।
उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या के तहत न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है जांच में यह भी पाया गया है कि पूर्व डीआईजी ने ही थाने के लॉकअप में घुसकर रिक्शा चालक उमेश को पहले पीटा फिर उसका गला दबा दिया पुलिस की जांच रिपोर्ट में पूरी कहानी बयां की गई है और यह भी दावा किया गया है।
कि आरोपित पूर्व डीआईजी ने अपने घर में भी रिक्शा चालक की पिटाई की थी जब उनका इससे भी मन ना भरा तो उसे थाने उठाकर लाए और लॉकअप में घुसकर उसके साथ मारपीट की वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने डीआईजी को मना किया और रोका तो उन्होंने उन पुलिसकर्मियों को फटकार लगा दी इसके बाद युवक ने लॉकअप में ही दम तोड़ दिया पूर्व डीआईजी के नौकर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था जिस पर उमेश से मारपीट का आरोप लगा था।