लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना हो या फिर UPTET पेपर लीक या फिर शिक्षक भर्ती के लिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज या फिर महंगाई और बेरोजगारी के मसले। पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी हर घटना को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर पिछले कई दिनों से सवालिया निशाना उठाते रहे हैं।
इन दिनों बीजेपी के सांसद वरुण गांधी सुर्खियों में हैं। लगातार अपने बयानों के जरिए अपनी ही सरकार से सवाल कर रहे हैं। किसान आंदोलन की बात हो या युवाओं से जुड़े मसले, इनके सवालों ने सुर्खी तो बटोरी ही, अपनी सरकार को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। वरुण गांधी से विपक्ष को भी ताकत मिल रही है।
हाल ही पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने रात्रि कर्फ्यू को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा था। वरुण गांधी ने 27 दिसम्बर को ट्वीट कर कहा कि रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना समझ से परे है।
रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है।
उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें इमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमीक्रोन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 27, 2021
एनबीटी के संवाददाता नरेन्द्र नाथ के द्वारा पूँछे गए सवाल कि आजकल आप लगातार किसानों और युवाओं से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं, एक स्वतंत्र आवाज के रूप में। इसे किस रूप में देखा जाए?
इसका ज़बाब देते हुए पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने कहा कि जनता ने मुझे अपने मुद्दे उठाने के लिए ही सांसद चुना है। यह मेरा लोकतांत्रिक कर्तव्य है कि मैं जनता के विषयों पर बोलूं। यदि जनता की समस्याओं को मैं नहीं उठाऊंगा तो फिर चुनाव लड़ने, सांसद बनने या राजनीति करने के कोई मायने नहीं हैं।
पार्टी लाइन से हटकर कुछ बोलने के सवाल पर वरुण गांधी में कहा कि मैं किसी डर या व्यक्तिगत लाभ-हानि की दृष्टि से राजनीति नहीं करता। यदि जनसरोकार के मुद्दों को उठा नहीं सकता तो ऐसी राजनीति का कोई अर्थ नहीं है। जनता के हित में बोलता हूँ तो कौन रोकेगा, कौन टोकेगा? पार्टी में संवाद तो होता रहता है। मेरे विचारों को मानने से पार्टी को लाभ ही होगा।
वहीं omicron को लेकर उन्हों ने अन्य सांसदों से स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों को समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हुए ट्वीट किया…
Even in the promise of the new year, the threat of #Omicron looms large.
I start the year conducting a meeting with all district health officers, trying to secure the health preparedness of Pilibhit in a time bound manner.
May I request all other lawmakers to do the same ASAP. pic.twitter.com/wXY3RpsU1K
— Varun Gandhi (@varungandhi80) January 1, 2022
लगातार भाजपा पर हमलावर रहे वरुण गांधी के लिए कहा गया कि अब तक पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की है लेकिन पिछले दिनों मीडिया में उनके खिलाफ पार्टी द्वारा ऐक्शन लेने की खबरें छपी ज़रूर थी जिसमें कहा गया था कि मामला पार्टी की अनुशासन समिति के पास है। उनके स्तर से वरुण गांधी पर कार्रवाई होगी।