नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब करके पड़ोसी देश में सिख समुदाय के सदस्यों पर हमलों की हालिया घटनाओं पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
24 जून को बंदूकधारियों ने मनमोहन सिंह (35) नाम के एक सिख व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना की जिम्मेदारी कट्टरवादी सोच रखने वाली इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) ने ली है।
अप्रैल से जून तक 4 घटनाएं:
के मुताबिक अप्रैल से जून के बीच ऐसी चार घटनाएं हुई हैं और भारत ने इन हमलों को गंभीरता से लिया है। भारत ने मांग की है कि पाकिस्तानी अधिकारी सिख समुदाय पर हुए इन हिंसक हमलों की ईमानदारी से जांच कराएं और रिपोर्ट साझा करें।
भारत ने इन घटनाओं पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान को अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, जो लगातार धार्मिक उत्पीड़न के डर में जी रहे हैं।
क्या था मामला:
पाकिस्तान के पेशावर में 24 जून को बंदूकधारियों ने मनमोहन सिंह (35) नामक एक सिख व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मनमोहन सिंह पेशावर के उपनगरीय इलाके रशीद गढ़ी से शहर क्षेत्र की ओर जा रहे थे कि तभी गुलदारा चौक काकशाल के पास कुछ हथियारबंद लोगों ने उन पर हमला कर दिया था। मनमोहन सिंह पेशे से ‘हकीम’ (यूनानी दवा व्यवसायी) थे। पेशावर पुलिस ने बताया है कि कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।