ऐश्वर्या राय बच्चन को पनामा पेपर्स लीक से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए बुलाया है
विश्व सुंदरी ऐश्वर्या राय बच्चन और पनामा पेपर्स यह दो नाम सोमवार की सुबह अचानक से मीडिया की सुर्खियों में आ गया। बॉलीवुड ऐक्ट्रेस ऐश्वर्या को पनामा पेपर्स मामले में प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से नोटिस जारी हुआ है। टैक्स की हेराफेरी से जुड़े इस मामले में ऐश्वर्या राय से कुछ सवाल पूछे जाने हैं जिसके लिए वह दिल्ली में ईडी दफ्तर पहुँचीं।
Enforcement Directorate summons Aishwarya Rai Bachchan in a case being investigated by the agency: Sources
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— ANI (@ANI) December 20, 2021
आइए एक बार आपको याद दिला दें कि दरअसल यह मामला है क्या… टैक्स हैवन कहे जाने वाले देश पनामा की एक लॉ फर्म मोसेक फोंसेका का 40 साल का डेटा 3 अप्रैल, 2016 को लीक हो गया था। इसमें खुलासा हुआ कि कैसे दुनियाभर के अमीर और प्रभावशाली लोग टैक्स बचाने के लिए पैसा ऑफ-शोर कंपनियों में लगा रहे हैं। इस तरह से बड़े तौर पर टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग तक हो रही थी।इन दस्तावेजों में फिल्मी सितारों और उद्योगपतियों सहित 500 लोगों के नाम शामिल हैं और इनमें बच्चन परिवार का भी नाम आया था।
इसके अतिरिक्त
● साल 2016 में सामने आया था यह मामला
● पनामा पेपर लीक मामले में भारत से संबंधित लोगों के संबंध में कुल 20,078 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति का पता चला है।
●साल 2016 में पनामा पेपर लीक हुआ। लाखों पन्नों के इस खुलासे में टैक्स चोरी मामलों को उजागर किया गया था।
●पनामा पेपर्स में उन बड़ी हस्तियों के कारोबार का जिक्र है, जिन्होंने कथित रूप से कर चोरी करने के लिए छोटी कंपनियां बनाईं।
● टैक्स हैवन देशों में छिपाई ब्लैक मनी?
● आरोप है कि इन लोगों ने टैक्स हैवन कहे जाने वाले देशों में काला धन छिपाया।
●पनामा पेपर्स मामले में अमिताभ बच्चन सहित भारत के कई सिलेब्रिटिज के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं।
● ऐश्वर्या को नोटिस मिलने के बाद बच्चन परिवार की टेंशन बढ़ सकती है। इस मामले में ऐश्वर्या के हसबैंड अभिषेक बच्चन से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है।
पनामा पेपर लीक मामले में एक कंपनी के लीगल दस्तावेज लीक हुए थे. ये डेटा जर्मन न्यूजपेपर Süddeutsche Zeitung ने पनामा पेपर्स नाम से 3 अप्रैल 2016 को रिलीज किया था।1977 से लेकर 2015 तक दुनिया भर के 193 देशों से जुड़े सिलेब्रिटी के नाम इसमें शामिल थे। भारत से बच्चन परिवार का नाम भी शामिल था।भारत के भी करीब 500 लोग इस लिस्ट में शामिल थे।
क्या था मामला?
● ऐश्वर्या राय उनके पिता कृष्णाराज राय, मां वृंदा राज राय और भाई आदित्य राय साल मई 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड में एमिक पार्टनर्स लिमिटेड नाम की कंपनी के डायरेक्टर बने।
● राय को कंपनी के बोर्ड ने जून 2005 में सिर्फ शेयरहोल्डर दिखाया।
● जुलाई 2005 में शेयरहोल्डर ऐश्वर्या के नाम को सिर्फ ए राय कर दिया गया।
● ऐसा निजता का हवाला देकर किया गया था फिर जब राय की अभिषेक बच्चन से शादी हुई तब से कंपनी को समेटा जाने लगा।
बता दें कि इस मामले में हाल ही में ईडी ने अभिषेक बच्चन को भी समन किया था। ऐश्वर्या राय बच्चन को दो बार पहले भी बुलाया गया था लेकिन दोनों ही बार उन्होंने नोटिस को स्थगित करने की गुजारिश की थी। ये गुजारिश पनामा पेपर्स लीक की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के समक्ष की गई थी। मामले की जांच कर रही SIT में ईडी, इनकम टैक्स और दूसरी एजेंसी शामिल हैं।
अमिताभ बच्चन इस मामले में नाम सामने आने के बाद सफाई दे चुके हैं। 2016 और फिर 2017 में बच्चन ने कहा था- ‘मैं देश के कानून से बंधा नागरिक हूं। मैं बताना चाहता हूं कि इंडियन एक्सप्रेस में जिस पनामा रिपोर्ट के हवाले से मेरे बारे में कहा गया है, मैं उन चार कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में कभी नहीं रहा। मुझे खुशी है कि भारत सरकार ने इस पूरे मामले में जांच का आदेश दिया है। मैं खुद यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि इन चार कंपनियों में मेरा नाम क्यों जोड़ दिया गया। मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया गया। मैंने सारे टैक्स नियम से चुकाए हैं।’