अक्सर राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं लेकिन कभी-कभी विरोध प्रदर्शन इतना उग्र हो जाता है और देखते ही देखते आक्रमणकारी बन जाता है जिसमें जान-माल दोनों की हानि होने लगती है ऐसा ही पश्चिम बंगाल दौरे पर गए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर गुरुवार को तृणमूल समर्थकों ने पथराव कर दिया। वे कोलकाता से 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर शहर जा रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोकने की कोशिश भी की। नड्डा की सुरक्षा में लापरवाही पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता बनर्जी सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
वहीं, किसान आंदोलन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पश्चिम बंगाल में जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले से ही बात शुरू की। उन्होंने कहा कि बंगाल में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा के सांसद बंगाल में दौरे पर गए हैं। कार्यक्रम पहले से घोषित था। बंगाल की सरकार के ध्यान में भी वह कार्यक्रम था। इसके बावजूद जिस तरह की सुरक्षा चाहिए थी, वह नहीं मिली। आज उनके काफिले पर पथराव किया गया है, सामान्य तौर पर मतभिन्नता होती है, लेकिन ऐसी घटनाएं देखने को नहीं मिलती थीं।
उन्होंने कहा कि ये घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और यहां तक बढ़ गई हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफिले पर पथराव हो रहा है। इस पर भी सरकार अनदेखी करे, ये निंदनीय है। मैं बंगाल की घटना की निंदा करता हूं और संबंधित लोगों पर कार्रवाई की मांग करता हूं।नड्डा के साथ काफिले में चल रहे महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर भी पत्थर फेंका गया। एक बड़ा पत्थर उनकी कार के शीशे को तोड़ते हुए अंदर जा लगा। विजयवर्गीय ने कहा कि इस हमले में वे घायल हुए हैं, पुलिस की मौजूदगी में गुंडों ने उन पर हमला किया। नड्डा ने भी कहा कि कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय घायल हुए हैं। ऐसे ही निंदनीय घटना को मैं विरोध करता हूं।