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ट्विटर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आज के एक ट्वीट पर घमासान मच गया ऐसा इसलिए हुआ कि आज महानवमी के दिन अखिलेश यादव ने लोगों को रामनवमी की बधाई दे दी।
शारदीय नवरात्रि पूजा का आखिरी दिन है औऱ आज ही के दिन मां दुर्गा की षोडशोपचार पूजा करने के बाद हवन किया जाता है। कई लोग नवमी के दिन कन्या पूजन भी करते हैं। नवरात्रि की महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है इसलिए आज का दिन महानवमी भी कहा जाता है।
आपको बता दें आज की महानवमी की शुभकामनाएं देने जी बजाय सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश वासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं अपने ट्वीटर हैंडिल से जैसे ही ट्वीट की वैसे ही भाजपा के नेता अमित मालवीय ने उन्हें आड़े हाथों ले लिए जिसके बाद यूजर्स ने अखिलेश यादव को ट्रोल करना शुरू कर दिया जिससे अखिलेश यादव की काफी किरकिरी हो गयी।
आइये आपको बताते है कि क्या हुआ
सबसे पहले आज सुबह 10: 38 पर पूर्व CM अखिलेश यादव ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं दी पर इसके बाद जैसे ही वो ट्रोल होना शुरू हुए उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया और पुनः दोबारा महानवमी की शुभकामनाएं देने वाला ट्वीट तकरीबन 11 बजे किया।
अखिलेश यादव ऐसे हुए ट्रोल
आपको और आपके परिवार को महानवमी की अनंत मंगलकामनाएं!
आपको और आपके परिवार को महानवमी की अनंत मंगलकामनाएं!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 14, 2021
जैसे ही अखिलेश यादव ने ट्वीट किया उसके बाद BJP नेता अमित मालवीय ने अखिलेश को ट्वीट कर कहा
रामनवमी का पर्व चैत्र मास में मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रों में #महानवमी होती है, जो माँ दुर्गा की आराधना का दिन है। इसके बाद दशहरा, यानी जिस दिन भगवान राम रावण का वध करते हैं, आता है।
यही होता है जब कार सेवकों पर गोली चलाने वाले, चुनाव आते ही हिंदू बनने का ढोंग करने लगते हैं।
रामनवमी का पर्व चैत्र मास में मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रों में #महानवमी होती है, जो माँ दुर्गा की आराधना का दिन है। इसके बाद दशहरा, यानी जिस दिन भगवान राम रावण का वध करते हैं, आता है।
यही होता है जब कार सेवकों पर गोली चलाने वाले, चुनाव आते ही हिंदू बनने का ढोंग करने लगते हैं। pic.twitter.com/2MMobzP7Lf
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 14, 2021
जिस @yadavakhilesh जी को यह तक नहीं पता कि रामनवमी और महानवमी में क्या अंतर है, वो ‘राम’ और ‘परशुराम’ की बात करते हैं…
जनता को मत पहनाइए ‘टोपी’, वह आप पर ज्यादा अच्छी लगती है…
#BJP4UP
जिस @yadavakhilesh जी को यह तक नहीं पता कि रामनवमी और महानवमी में क्या अंतर है, वो 'राम' और 'परशुराम' की बात करते हैं…
जनता को मत पहनाइए 'टोपी', वह आप पर ज्यादा अच्छी लगती है…#BJP4UP pic.twitter.com/ZxlfNVhFZ4
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) October 14, 2021
यूजर्स पिंकू शुक्ला ने ट्वीट करते हुए अखिलेश यादव पर तंज कसा उन्होंने लिखा
पहिलका काहे मिटा दिए सुल्तान..!
पहिलका काहे मिटा दिए सुल्तान..! pic.twitter.com/mkJubKCiMd
— पिंकू शुक्ला (@shuklaapinku) October 14, 2021
एक और यूजर पूनम ठाकुर ने लिखा
वोट बैंक के खातिर मंदिरों के चक्कर लगाने की जगह हिंदु धर्म और रीति रिवाजों के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल की होती तो शायद ऐसी गलत न करते अखिलेश यादव जी…
वोट बैंक के खातिर मंदिरों के चक्कर लगाने की जगह हिंदु धर्म और रीति रिवाजों के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल की होती तो शायद ऐसी गलत न करते अखिलेश यादव जी… pic.twitter.com/5zqRBD7WCP
— Poonam Thakur (@RajputKanyaUP) October 14, 2021
उसके बाद डेविड भान सिंह ने लिखा
सो के उठा है बेचारा अभी और स्टेज पर बोलता है मैं भी योगी जी की तरह 4 बजे उठ कर योगा करता हू। यही फर्क़ है @myogiadityanath जी जग के सरकार चलाते हैं और @yadavakhilesh कमरे में बंद सोकर सरकार चलाते थे। अभी बच्चे हो अपने अब्बा जान से सिख लो बाबु @yadavakhilesh जी अभी समय है क्या पता
सो के उठा है बेचारा अभी और स्टेज पर बोलता है मैं भी योगी जी की तरह 4 बजे उठ कर योगा करता हू। यही फर्क़ है @myogiadityanath जी जग के सरकार चलाते हैं और @yadavakhilesh कमरे में बंद सोकर सरकार चलाते थे। अभी बच्चे हो अपने अब्बा जान से सिख लो बाबु @yadavakhilesh जी अभी समय है क्या पता pic.twitter.com/wR4clU7o2f
— Dravid bhan singh (@DravidBhan) October 14, 2021
अखिलेश जी… आप जालीदार टोपी ही लगाइये..वहीं आप पर सूट करती है… सनातन धर्म और रीति रिवाजों के बारे में जब आपकों नहीं मालूम है तो क्यों फजीहत कराते हैं… कभी रामनवमी तो कभी महानवमी…..
अखिलेश जी… आप जालीदार टोपी ही लगाइये..वहीं आप पर सूट करती है… सनातन धर्म और रीति रिवाजों के बारे में जब आपकों नहीं मालूम है तो क्यों फजीहत कराते हैं… कभी रामनवमी तो कभी महानवमी…..
— Amit Singh (@amitsingh5151) October 14, 2021
संगम मिश्रा ने ट्वीट कर अखिलेश यादव को घेरते हुए लिखा
टोटी भैया काहे झूठी कोशिश कर रहे हो सबको पता है तुम बुल्ले हो
टोटी भैया काहे झूठी कोशिश कर रहे हो सबको पता है तुम बुल्ले हो pic.twitter.com/jPU8RCkHhE
— Sangam Mishra bjp (@sangam4bjp) October 14, 2021
घन श्याम यादव ने ट्वीट किया
चुनावी हिंदू को रामनवमी और नवरात्रि महानवमी का अंतर नहीं पता है, बनेंगे मुख्यमंत्री।
चुनावी हिंदू को रामनवमी और नवरात्रि महानवमी का अंतर नहीं पता है, बनेंगे मुख्यमंत्री। pic.twitter.com/9NIwbu9tWw
— Ghanshyam Yadav (@Ghanshy12772635) October 14, 2021
कब होती है रामनवमी
चैत्र मास में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का पर्व मनाया जाता है और इसी दिन रामनवमी होने के साथ चैत्र नवरात्रि का समापन होता है। इस बार रामनवमी 21 अप्रैल 2021 दिन बुधवार को मनाया गया था। जिस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, उस दिन चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि थी। यह दिन प्रभु श्री राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।