उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षामित्र सुरेन्द्र कुमार गौतम की हृदयाघात से मृत्यु हो गई। सुरेंद्र अपने पीछे अपने माता-पिता, पत्नी और 3 बच्चों को छोड़कर चले गए।
सुरेंद्र की मौत से सोशल मीडिया पर शोक संवेदना दौर शुरू हो गया।उनके जानने वालों ने जब उनकी मृत्यु की यह खबर सुनी तो वह दंग रह गए। पूरे परिवार में कोहराम मच गया और गांव में सन्नाटा पसर गया।
बता दें कि तकरीबन 35 वर्षीय सुरेंद्र कुमार गौतम उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर नगर के विकास खण्ड बिल्हौर के प्राथमिक विद्यालय अरौल में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुरेंद्र का कल 4 दिसंबर सुबह 7:00 बजे अपने घर पर हृदयाघात से निधन हो गया। सुरेंद्र के तीन बच्चे थे जिसमें बड़ी बेटी 5 वर्ष छोटी बेटी 3 वर्ष और सबसे छोटा बेटा 2 माह का है।
गौरतलब है कि जुलाई 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत शिक्षा मित्रों का शिक्षक पद से समायोजन निरस्त हो गया था। शिक्षा मित्र शिक्षक के पद पर तकरीबन 2 वर्ष तैनात रहे।