मेरठ में किनौंनी के बजाज पब्लिक स्कूल में कार्यरत है वैभव
जहां एक ओर बच्चे अंकों की प्रतिस्पर्धा के चलते अधिकांश समय पढ़ाई करने में व्यस्त रहकर तनाव ग्रसित रहते हैं वहीं कुछ ऐसे छोटे बच्चे भी हैं जो अपनी पढ़ाई के साथ सांस्कृतिक और सामाजिक रचनात्मक गतिविधियों से दूसरों के लिए छोटी सी ही उम्र में प्रेरणा का स्त्रोत बन रहे हैं।
कहते हैं न कि प्रतिभा कभी उम्र की मोहताज नहीं होती या यह भी कहा जा सकता है कि सीखने और कुछ करने की कोई उम्र नहीं होती। अपने बचपन में जब अधिकतर बच्चे अ से अनार या ABDC सीखने में अपना समय बिताते है उसी छोटी सी अर्थात महज ढाई साल की उम्र में यूपी के मेरठ के बजाज हिन्दुस्थान शुगर मिल किनौनी में संचालित बजाज पब्लिक स्कूल के शिक्षक निवासी डॉ वैभव अवस्थी की पुत्री दिव्यांशी ने 2 वर्ष 6 माह की आयु में हॉनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि हासिल कर वर्ल्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराते कराते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
जी हां, आज हम आपको जिस बच्चे की कहानी सुनाने जा रहे हैं उसकी छोटी सी उम्र में किए गए कार्य भी उसकी बड़ी उपलब्धियों की दस्तक दे रहे हैं। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत की तहसील बीसलपुर के रहने वाले डॉ वैभव अवस्थी के ढाई साल की बेटी दिव्यांशी की।
छोटी सी उम्र में रचा कारनामा
महज ढाई साल की दिव्यांशी ने अपने शिक्षक पिता डॉ वैभव अवस्थी के साथ यह उपाधि पर्यावरण के क्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रम करने के लिए दी गई। महज ढाई साल की उम्र में डॉक्टरेट उपाधि और पर्यावरण के क्षेत्र में अन्य कई पुरस्कार प्राप्त करने को लेकर दिव्यांशी ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया है।
बता दें कि दिव्यांशी के पिता डॉ वैभव अवस्थी मूल रूप से यूपी के जनपद पीलीभीत की तहसील बीसलपुर के रहने वाले हैं और वर्तमान में वैभव मेरठ के बजाज शुगर प्राइवेट लिमिटेड किनौनी के बजाज पब्लिक स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।गौरतलब है कि शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए वैभव अवस्थी का नाम भी वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है।
दिव्यांशी के पिता डॉ वैभव अवस्थी का नाम भी वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में है दर्ज
दिव्यांशी अवस्थी के पिता डॉ वैभव अवस्थी का नाम भी वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है। बता दें कि शिक्षा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए वैभव का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है।
बीसलपुर जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश के मूलनिवासी डॉ वैभव अवस्थी बजाज पब्लिक स्कूल किनौनी जिला मेरठ उत्तर प्रदेश में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।इसके अलावा वैभव को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान, विशिष्ट शिक्षक सम्मान , पर्यावरण प्रहरी सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।
पेशे से शिक्षक वैभव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन एवं भारत के शिक्षकों के आपसी सम्मेलन में भारत देश के शिक्षक के रूप में प्रतिभाग कर चुके हैं। गौरतलब है कि विज्ञान एवं पर्यावरण के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने के लिए विज्ञान प्रसार भारत सरकार के द्वारा डॉ वैभव को एपीजे अब्दुल कलाम साइंस क्लब का प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। जिसके अंतर्गत वह बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की विज्ञान एवं पर्यावरण से संबंधित जागरूक गतिविधियां आयोजित कर उन्हें सम्मानित करते हैं।